यूपी : शिक्षक दिवस पर हुयी बड़ी चूक, बिना कार्यक्रम के बंद हुए स्कूल
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By गाँव कनेक्शन

पांच साल लड़कर पैरालिसिस को दी मात, अब गरीब बच्चों को निशुल्क शिक्षा दे रहा ये युवा
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By Neetu Singh

हजारों शिक्षामित्रों ने लखनऊ में भरी हुंकार, सरकार को दिया 24 घंटे का अल्टीमेटम
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By Chandrakant Mishra

शिक्षामित्रों में मानदेय को लेकर बीजेपी सरकार के खिलाफ दिखा आक्रोश, शिक्षामित्रों का कहना, जब तक सरकार हमारा सम्मान वापस नहीं दिलाएगी हम अपने घर नहीं जाएंगे

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मनमानी पर उतारू नौकरशाह, फरियादी परेशान
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By Ajay Mishra

विश्व शिक्षक दिवस: पढ़िए उन शिक्षकों की कहानी जो बेहतर भारत के लिए कार्यरत हैं
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By Jigyasa Mishra

विश्व शिक्षक दिवस पर गाँव कनेक्शन अपने फील्ड रिपोर्ट्स के दौरान मिले ऐसे कुछ शिक्षकों के कहानी आपसे साँझा कर रहा है जो बच्चों के बेहतर भविष्य के लिए कार्यरत हैं।

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58 साल बाद गाँव के स्कूल में बच्चियाँ भी आने लगीं
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By Sayantani Deb

राष्ट्रीय पुरस्कार से सम्मानित मीनाक्षी गोस्वामी असम के एक गाँव में सरकारी स्कूल की प्रिंसिपल हैं। बच्चों को उनकी संस्कृति से जोड़कर शिक्षित करने के उनके तरीके से, सोनितपुर ज़िले का उनका स्कूल अलग पहचान रखता है। लेकिन उनकी सबसे बड़ी उपलब्धि है अपने छह दशक पुराने स्कूल के दरवाज़े छोटी बच्चियों के लिए भी खोलना।

राष्ट्रीय पुरस्कार से सम्मानित मीनाक्षी गोस्वामी असम के एक गाँव में सरकारी स्कूल की प्रिंसिपल हैं। बच्चों को उनकी संस्कृति से जोड़कर शिक्षित करने के उनके तरीके से, सोनितपुर ज़िले का उनका स्कूल अलग पहचान रखता है। लेकिन उनकी सबसे बड़ी उपलब्धि है अपने छह दशक पुराने स्कूल के दरवाज़े छोटी बच्चियों के लिए भी खोलना।

ऑनलाइन माध्यमों की मदद से बेहतर शिक्षा उपलब्ध करा रहा बारामूला का 'मॉडल' सरकारी प्राथमिक विद्यालय
ऑनलाइन माध्यमों की मदद से बेहतर शिक्षा उपलब्ध करा रहा बारामूला का 'मॉडल' सरकारी प्राथमिक विद्यालय

By Syed Shadab Ali Gillani

शेखपोरा क्रीरी का प्राथमिक स्कूल कश्मीर घाटी के उन पायलट स्कूलों में से एक था जहां कोविड-19 के दौरान शलर्निंग मैनेजमेंट सिस्टम शुरू की गया था। यह एक ऑनलाइन एकीकृत सॉफ्टवेयर है जिसकी मदद से शैक्षिक पाठ्यक्रमों को बनाने, डिस्ट्रीब्यूट करने, ट्रैक करने और रिपोर्ट करने के लिए किया जाता है।

शेखपोरा क्रीरी का प्राथमिक स्कूल कश्मीर घाटी के उन पायलट स्कूलों में से एक था जहां कोविड-19 के दौरान शलर्निंग मैनेजमेंट सिस्टम शुरू की गया था। यह एक ऑनलाइन एकीकृत सॉफ्टवेयर है जिसकी मदद से शैक्षिक पाठ्यक्रमों को बनाने, डिस्ट्रीब्यूट करने, ट्रैक करने और रिपोर्ट करने के लिए किया जाता है।

इस डीएम ने सुधार दिया शिक्षा का स्तर, बेटियों के भविष्य के लिए जुटाए 8 करोड़ रुपए
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By Neetu Singh

उत्तराखंड: बिगड़ते मौसम, स्मार्टफोन की कमी और खराब इंटरनेट से पहाड़ के बच्चे नहीं कर पा रहे पढ़ाई
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By गाँव कनेक्शन

COVID-19 महामारी से ग्रामीण भारत में लाखों लोगों की आजीविका का नुकसान हुआ है। इससे उपजे आर्थिक तंगी से अभिभावकों को अपने बच्चों के लिए स्मार्टफोन छोड़िए कॉपी-किताब खरीदने में भी मुश्किल हो रही है।

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