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जब नृत्य बन जाता है साधना: भील समुदाय का आदिवासी होली
जब नृत्य बन जाता है साधना: भील समुदाय का आदिवासी होली

By Divendra Singh

होली से पहले उपवास, पहाड़ से लाए गए पत्थरों के रंग और ढोलक-नगाड़ों की थाप, महाराष्ट्र के भील आदिवासियों का होली नृत्य सिर्फ़ उत्सव नहीं, एक जीवित परंपरा है। नंदूरबार के कलाकार गौतम खर्डे और उनकी मंडली इस लोककला को गाँव से राष्ट्रीय मंच तक पहुँचा रहे हैं।

होली से पहले उपवास, पहाड़ से लाए गए पत्थरों के रंग और ढोलक-नगाड़ों की थाप, महाराष्ट्र के भील आदिवासियों का होली नृत्य सिर्फ़ उत्सव नहीं, एक जीवित परंपरा है। नंदूरबार के कलाकार गौतम खर्डे और उनकी मंडली इस लोककला को गाँव से राष्ट्रीय मंच तक पहुँचा रहे हैं।

तब होली कोई दो दिनों की बात न थी…
तब होली कोई दो दिनों की बात न थी…

By Pooja Vrat Gupta

‘पानी बचाना है’ ये ख़्याल तब कहाँ किसी बुद्धिजीवी के दिमाग में आया था इसलिए होली से कई दिन पहले चबूतरों और छतों पर पानी के ड्रम भरकर रख दिये जाते। क्योंकि तब होली कोई दो दिनों की बात तो थी नहीं।

‘पानी बचाना है’ ये ख़्याल तब कहाँ किसी बुद्धिजीवी के दिमाग में आया था इसलिए होली से कई दिन पहले चबूतरों और छतों पर पानी के ड्रम भरकर रख दिये जाते। क्योंकि तब होली कोई दो दिनों की बात तो थी नहीं।

होली की 200 साल पुरानी परंपरा: जहाँ टूट जाती हैं जाति-धर्म की दीवारें
होली की 200 साल पुरानी परंपरा: जहाँ टूट जाती हैं जाति-धर्म की दीवारें

By Ashwani Kumar Dwivedi

जैदी मंजिल में गुझिया की महक, ढोलक और मजीरा की थाप पर भांग की ठंडाई में डूबे रंग बिरंगे होरियारो के 'बिरहा गीतों' की महफ़िल सजती है; जो एक दूसरे को गले लगकर होली मुबारक के साथ पूरी होती है।

जैदी मंजिल में गुझिया की महक, ढोलक और मजीरा की थाप पर भांग की ठंडाई में डूबे रंग बिरंगे होरियारो के 'बिरहा गीतों' की महफ़िल सजती है; जो एक दूसरे को गले लगकर होली मुबारक के साथ पूरी होती है।

देश की इकलौती दरगाह जहां हर साल मनाई जाती है होली
देश की इकलौती दरगाह जहां हर साल मनाई जाती है होली

By गाँव कनेक्शन

इस होली अपने साथ ही अपने आस पास के पशुओं का भी रखें ख्याल
इस होली अपने साथ ही अपने आस पास के पशुओं का भी रखें ख्याल

By Gaon Connection

रंगों के त्योहार होली का हम हर साल इंतज़ार करते हैं, गाँव और शहर में हुड़दंग मचा रहता है; लेकिन इस दौरान अपने आसपास के पशुओं का ध्यान रखना न भूलें।

रंगों के त्योहार होली का हम हर साल इंतज़ार करते हैं, गाँव और शहर में हुड़दंग मचा रहता है; लेकिन इस दौरान अपने आसपास के पशुओं का ध्यान रखना न भूलें।

इस होली बेफिक्र पहुँच सकेंगे अपने गाँव, यूपी रोडवेज ने कर दिया है आपके लिए स्पेशल इंतजाम
इस होली बेफिक्र पहुँच सकेंगे अपने गाँव, यूपी रोडवेज ने कर दिया है आपके लिए स्पेशल इंतजाम

By Gaon Connection

हर होली में ज़्यादातर लोगों के सामने सबसे बड़ी समस्या अपने गाँव घर पहुँचने के साधन को लेकर रहती है। स्पेशल ट्रेन में भी कई बार सीट नहीं मिलती या अपने रूट की नहीं होती। यूपी रोडवेज ने होली पर ऐसा इंतजाम किया है कि आप भी दंग रह जाएँगे।

हर होली में ज़्यादातर लोगों के सामने सबसे बड़ी समस्या अपने गाँव घर पहुँचने के साधन को लेकर रहती है। स्पेशल ट्रेन में भी कई बार सीट नहीं मिलती या अपने रूट की नहीं होती। यूपी रोडवेज ने होली पर ऐसा इंतजाम किया है कि आप भी दंग रह जाएँगे।

रंगों और खुशियों के त्योहार होली खेलते वक्त अपनी त्वचा और बालों का ऐसे रखें ध्यान
रंगों और खुशियों के त्योहार होली खेलते वक्त अपनी त्वचा और बालों का ऐसे रखें ध्यान

By Sanjay Srivastava

बनारस की होली का अनोखा रूप, चिताओं की भस्म के साथ 'मसाने की होली' खेलते हैं लोग
बनारस की होली का अनोखा रूप, चिताओं की भस्म के साथ 'मसाने की होली' खेलते हैं लोग

By Ankit Kumar Singh

होली में रखिए अपनी त्वचा और बालों का खास खयाल
होली में रखिए अपनी त्वचा और बालों का खास खयाल

By Deepak Heera Rangnath

होली खेलने की तैयारी तो शुरू ही हो गयी होगी, इस बार होली से पहले ही कुछ उपाय अपनाकर अपने बालों और त्वचा को बचा सकते हैं ...

होली खेलने की तैयारी तो शुरू ही हो गयी होगी, इस बार होली से पहले ही कुछ उपाय अपनाकर अपने बालों और त्वचा को बचा सकते हैं ...

सिर्फ बरसाना ही नहीं, बुंदेलखंड में भी होती है दिलचस्प लट्ठमार होली
सिर्फ बरसाना ही नहीं, बुंदेलखंड में भी होती है दिलचस्प लट्ठमार होली

By गाँव कनेक्शन

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