यूपी के 3,387 ग्रामों को 16 योजनाओं से किया जाएगा संतृप्त

Ajay MishraAjay Mishra   22 April 2018 6:59 PM GMT

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यूपी के 3,387 ग्रामों को 16 योजनाओं से किया जाएगा संतृप्तयोजना के तहत जानकारी देते डीएम। 

कन्नौज। उत्तर प्रदेश के 3,387 ग्रामों को भारत सरकार और प्रदेश सरकार की 16 योजनाओं से पांच मई तक संतृप्त किया जाएगा। सर्वाधिक अनुसूचित जाति/जनजाति बाहुल्य वाले ग्रामों का चयन कर नोडल अधिकारी तैनात कर दिए गए हैं। कन्नौज के डीएम रवीन्द्र कुमार बताते हैं, ‘‘कार्ययोजना बना दी गई है। तीनों तहसील क्षेत्र के 17 गांवों का चयन भी हो गया है। इनको संतृप्त करने के लिए नियमित बैठकें होंगी। गांवों में नोडल अधिकारी को जिम्मेदारी दी गई है।’’ डीएम ने आगे बताया कि ‘‘कन्नौज में तीन नगर पालिकाएं और पांच नगर पंचायत क्षेत्र हैं। सभी निकायों में वार्ड एक का चयन किया गया है। यहां ईओ को लगाया गया है।’’ यह सब विकास कार्य और संतृप्तीकरण का काम ग्राम स्वराज अभियान के तहत 14 अप्रैल से शुरू हो गया है। पांच मई को आजीविका दिवस के साथ स्वराज अभियान का समापन होगा। इससे पहले 14 अप्रैल को सामाजिक न्याय दिवस और 18 अप्रैल को स्वच्छ भारत दिवस मन चुका है। 20 अप्रैल को उज्ज्वला दिवस, 24 को राश्ट्रीय पंचायजीराज दिवस, 28 को ग्राम स्वराज दिवस, 30 को आयुश्मान भारत दिवस, दो मई को किसान कल्याण दिवस मनाने की तैयारी हो रही है।

इन 16 योजनाओं से संतृप्त होंगे गांव और वार्ड

डीएम ने बताया कि प्रधानमंत्री उज्जवला योजना, उजाला योजना, सौभाग्य (प्रधानमंत्री सहज बिजली हर घर) योजना, प्रधानमंत्री जनधन योजना, प्रधानमंत्री जीवन ज्योति बीमा योजना, प्रधानमंत्री सुरक्षा बीमा योजना, मिशन इंद्रधनुष, स्टार्ट अप इंडिया, स्टैंड अप इंडिया, पेंशन योजना (वृद्धावस्था, दिव्यांगजन सशक्तीकरण व निराश्रित महिला आदि), प्रधानमंत्री आवास योजना, पेयजल (हैंडपंपों का अधिश्ठापन एवं रिबोर), राशन कार्ड, अनुसूचित जाति/जनजाति हेतु शादी अनुदान योजना, अनुसूचित जाति/जनजाति हेतु निशल्क बोरिंग योजना, प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना से चयनित गांव और निकायों के वार्ड संतृप्त किए जाएंगे।

सर्वाधिक अनुसूचित जाति/जनजाति आबादी वाले इलाके चमकेंगे

भारत सरकार के ग्रामीण विकास मंत्रालय ने पत्र भेजकर उत्तर प्रदेश के 3,387 ग्रामों को संतृप्त करने की बात कही है। इसके लिए समय सीमा पांच मई निर्धारित की गई है। जिलों के हर विकास खंड के सर्वाधिक अनुसूचित जाति/जनजाति आबादी वाले ग्राम एवं हर नगर निकाय (नगर निगम, नगर पालिका और नंगर पंचायत) के ऐसे वार्ड को जिसमें सर्वाधिक अनुसूचित जाति/जनजाति की आबादी है, में भारत सरकार एवं राज्य सरकार की लाभार्थीपरक योजनाओं से पांच मई तक संतृप्त किया जाएगा। टैगिंग में कन्नौज आया अव्वल डीएम रवीन्द्र कुमार ने बताया कि ‘‘ग्राम पंचायतों को खुले में शौच से मुक्त (ओडीएफ) करने के लिए पहले प्रधान और सचिव यानि ग्राम पंचायत स्तर से प्रस्ताव आता है।

जिलास्तर से उसकी जांच और सत्यापन किया जाता है। बाद में मंडल स्तर की टीम भी आती है और सत्यापन कर लेती है। हमारी रिपोर्ट को सत्य मिलने पर गांव ओडीएफ घोशित हो जाता है।’’ उन्होंने आगे बताया कि ‘‘एमआईएस और जिओ टैगिंग होती है। फोटो आॅनलाइन अपलोड की जाती है। जिलास्तर की टीम फोटो देखती है। बाद में फोटो प्रदेश स्तर पर जाती है। वहां से मंजूर होती है। प्रदेश में सबसे अधिक कन्नौज से जिओ टैगिंग होने पर जिले का स्थान अव्वल आया था, एक दिन मैसेज भी मिला था।’’

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मंडलस्तर पर 136 गांव खुले में शौच मुक्त डीएम ने एडीएम धर्मपाल सिंह, सीडीओ अवधेश बहादुर सिंह, पीडी विजय प्रकाश श्रीवास्तव की मौजूदगी में पत्रकारों को बताया कि ‘‘कन्नौज की 226 ग्राम पंचायतें जिलास्तर से ओडीएफ हो चुकी हैं। मंडल स्तर पर 136 हैं। जिसमें जिले के 711 राजस्व ग्रामों में 361 राजस्व ग्रामों को ओडीएफ कर दिया है।’’ डीएम ने आगे बताया कि ‘‘जो गांव बचे हैं उसमें कुछ ही फीसदी काम बाकी है। अधिकतर 90 फीसदी से अधिक काम हो चुका है। शौचालय के मामले में कन्नौज प्रदेश का अग्रणी जिला है। शौचालय की परिकल्पना ‘इज्जतघर’ है।

कन्नौज के इन गांव का हुआ चयन

डीडीओ एनबी सविता ने बताया कि ‘‘जिन 17 गांव को सरकार की 16 योजनाओं से संतृप्त किया जाएगा उनमें, सदर कन्नौज तहसील क्षेत्र के वशीरापुर भाट, ककलापुर, परसपुर, सहिल्लापुर, भाऊ खुर्द, देवधरापुर, दरियापुर पट्टी, नसरापुर, अकबरपुर सरायघाघ, सरायमीरा आंशिक, भानपुर है। तिर्वा तहसील का हरेईपुर और छिबरामऊ तहसील क्षेत्र के सिकंदरपुर निगोह, गिरधरपुर, फराहन, लालपुर व मरही गांव का चयन हुआ है।’’

ये हैं अनुसूचित जाति और जनजाति बाहुल्य गांव

डीडीओ आगे बताते हैं कि ‘‘इसके अलावा सर्वाधिक अनुसूचित जाति/जनजाति बाहुल्य वाले राजस्व ग्राम में ब्लाॅक छिबरामऊ के विशुनगढ़, गुगरापुर के गुगरापुर बांगर, कन्नौज के गागेमऊ, तालग्राम के ऊंचा, हसेरन के बनगवां, जलालाबाद का फतेहपुर, सौरिख के बेहटा रामपुर व उमर्दा का ठठिया का चयन किया गया है।’’

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