Mukesh Chhabra | Season 4 | Episode 4 | The Slow Interview with Neelesh Misra @MukeshChhabraCC
मुकेश छाबड़ा हिंदी फिल्म उद्योग में कास्टिंग प्रक्रिया को सुव्यवस्थित करने वाले प्रमुख व्यक्तियों में से एक हैं। उन्होंने दो वर्ष तक अभिनय की शिक्षा श्रीराम सेंटर से प्राप्त की और इसके बाद नौ वर्षों तक राष्ट्रीय नाट्य विद्यालय से संबद्ध थिएटर इन एजुकेशन कंपनी में अभिनय और शिक्षण का कार्य किया। वर्ष 2008 में स्थापित मुकेश छाबड़ा कास्टिंग कंपनी आज भारत की प्रमुख कास्टिंग कंपनियों में गिनी जाती है। प्रतिभा की पहचान करने की उनकी क्षमता के कारण राजकुमार राव, सुशांत सिंह राजपूत, मृणाल ठाकुर, प्रतीक गांधी, सन्या मल्होत्रा और फातिमा सना शेख जैसे कई उत्कृष्ट कलाकार सामने आए। उनकी कंपनी नए कलाकारों को मार्गदर्शन देकर हिंदी सिनेमा की दुनिया में स्थान बनाने में सहायता करती है। उनके प्रमुख कार्यों में कई चर्चित फिल्में और धारावाहिक शामिल हैं। इस विस्तृत बातचीत में उनके जीवन से जुड़े कई महत्वपूर्ण पहलुओं जैसे माता-पिता के साथ संबंध, सहानुभूति, संघर्ष, थिएटर के प्रति झुकाव, उद्योग के अनुभव और उनके कास्टिंग के तरीके आदि पर चर्चा की गई है। नीलेश मिस्रा का कार्य भारत के प्रमुख रेडियो और ऑडियो मंचों तक पहुंचा है और वे देश के सबसे लोकप्रिय कहानीकारों में शामिल हैं। वे गाँव कनेक्शन मीडिया संस्थान के संस्थापक होने के साथ-साथ गीतकार, पटकथा लेखक, लेखक, गायक, वक्ता, पत्रकार और मार्गदर्शक हैं। उन्होंने लगातार ऐसे सामाजिक रूप से प्रभावी विचार प्रस्तुत किए जिनका लाखों लोगों पर सकारात्मक प्रभाव पड़ा। ‘स्लो मूवमेंट’ उनकी पहल है जिसका उद्देश्य लोगों को जीवन की सहज, मूलभूत और आत्मीय खुशियों से दोबारा जोड़ना है। यह आंदोलन शांत, गहरे और सार्थक अनुभवों पर आधारित जीवन शैली को प्रोत्साहित करता है। इनके अंतर्गत जीवन की सरल संवेदनाओं, सहज अनुभवों और मन को शुद्ध करने वाले विचारों को महत्व दिया जाता है।