Vikas Divyakirti | Season 4 | Episode 3 | The Slow Interview with Neelesh Misra @vikasdivyakirti
विकास दिव्यकीर्ति दिल्ली में जन्मे एक सिविल सेवक, शिक्षक, लेखक और व्याख्याता हैं। वे केंद्रीय सचिवालय सेवा के सदस्य रहे और बाद में दिल्ली में एक सिविल सेवा प्रशिक्षण संस्थान स्थापित किया। उन्होंने कला में स्नातकोत्तर, विधि में स्नातक, दर्शनशास्त्र में स्नातकोत्तर और अनुसंधान उपाधि प्राप्त की तथा अपने प्रथम प्रयास में सिविल सेवा परीक्षा उत्तीर्ण की। वे गृह मंत्रालय के राजभाषा विभाग में अनुभाग अधिकारी के रूप में भी कार्यरत रहे और वर्ष 2023 में उन्हें पद्म सम्मान के लिए नामित किया गया। उन्होंने एक प्रसिद्ध हिंदी फिल्म में भी भूमिका निभाई। उनके जीवन से जुड़े विभिन्न प्रसंगों में प्रारंभिक जीवन, परिवार, संघर्ष, बचपन की स्मृतियाँ, शिक्षा व्यवस्था पर विचार, मूल्यों का महत्व, वर्तमान समय में शालीनता की उपेक्षा, समाज पर प्रभाव डालने वाले कथानक, विश्वविद्यालय जीवन, छात्र राजनीति, खेल प्रतियोगिताएँ, वैज्ञानिक तथ्यों पर उनके विचार, अध्यापक के गुण, सिविल सेवाओं में आदर्शवाद, शिक्षा प्रणाली में किए जाने वाले परिवर्तनों पर उनके विचार और आगे की उनकी जीवन यात्रा शामिल हैं। नीलेश मिस्रा का कार्य भारत के प्रमुख ध्वनि मंचों तक पहुँचा है और उन्होंने ग्रामीण जीवन, सामाजिक मुद्दों, शासन, प्रेम, संस्कृति और परिवर्तनशील समाज पर आधारित अनेक कथाएँ प्रस्तुत की हैं। वे एक प्रमुख कहानीकार, गीतकार, लेखक, वक्ता, पत्रकार और मार्गदर्शक हैं जिनके कार्यों ने लाखों लोगों पर सकारात्मक प्रभाव डाला है। वे विचारशील उद्यमिता को बढ़ावा देने वाले अग्रणी व्यक्तित्वों में से एक हैं और उनका प्रयास लोगों को जीवन की सरलता और मूलभूत मूल्यों से जोड़ना है, जिसके अंतर्गत वे धीमी, सार्थक और जड़ें मजबूत करने वाली जीवनशैली का संदेश देते हैं। उनके द्वारा स्थापित आंदोलन में मन की सहजता, सरलता, पारदर्शिता और संवेदनशीलता को महत्व दिया जाता है और विभिन्न उत्पादों तथा अनुभवों के माध्यम से इस सोच को लोगों तक पहुँचाया जाता है।