रायबरेली। जिले के छोटे से कस्बे रतापुर की रहने वाली शालिनी गुप्ता (20 वर्ष) ने पुरस्कार लेते हुए जब देश के राष्ट्रपति प्रणव मुखर्जी से हाथ मिलाया तो राष्ट्रपति ने उसे बधाई देते हुए कहा,"बधाई हो बहादुर बेटी"।
रायबरेली जिला मुख्यालय से 08 किमी उत्तर दिशा में रतापुर कस्बे की तंग गलियों में एक छोटे से मकान में रहने वाली शालिनी जब पहली बार राष्ट्रपति भवन पहुंची तो उसे लगा की वह किसी स्वर्ग में आ गयी हो। शालिनी हस्ते हुए बताती है, "राष्ट्रपति भवन में देश के कोने कोने से आये लोगों के बीच में जब में अवार्ड लेने पहुंची तो थोड़ी घबराहट हुई पर जब लगातार तालियां बजने लगीं तो मन में हिम्मत भर गयी और मैंने राष्ट्रपति से हाथ मिलाया।"
अपनी लीक से हट कर शिक्षा के क्षेत्र में नया आयाम स्थापित करने और युवाओं में बहादुरी व शैशिक हुनर जाग्रत करने के लिए राष्ट्रपति द्वारा युवाओं को सम्मानित किया जाता है। इस बार जनपद के स्काऊट छात्रों को दिल्ली में राष्ट्रपति पुरस्कार से नवाजा गया। शालिनी उनमे से एक हैं। राष्ट्रपति से पुरस्कार पाने पर सभी चयनित छात्रों में खुशी की लहर है।
बचपन से ही पढ़ाई और खेल दोनों क्षेत्रों में अच्छी रही शालिनी के पिता भगवती गुप्ता अपनी बेटी की कामयाबी पर बताते हैं, "हमारे गाँव में लोग बेटियों को ज़्यादा सम्मान नहीं देते हैं। यहां कई लड़कियों की कम उम्र में ही शादी करा दी गयी है। ऐसे में शालिनी को इतना बड़ा सम्मान मिलने से यहां पर लोगों को आश्चर्य हो रहा है।"
रायबरेली जिले में रतापुर, छजलापुर और कल्लुपुर जैसे कस्बों में बहुत कम लोग ही शिक्षित हैं। ऐसे में यहीं की रहने वाली शालिनी ने न सिर्फ लड़की होते हुए शिक्षा के क्षेत्र में अपना दायरा बढ़ाया बल्कि यहां रहने वाली अधिकांश लड़कियों को जल्दी शादी न करने व आगे पढ़ाई जारी रखने में मदद भी की।
"हमारे देश में अभी भी खेलों में लड़कियों को प्राथमिकता नहीं दी जाती है। मैं चाहती हूं कि पुरुषों की तरह ही महिला खेलों को भी सरकार आगे बढ़ाए और इनपर भी उतना ही पैसा खर्च किया जाए जितना की क्रिक्रेट जैसे खेलों पर होता है।" शालिनी आगे बताती हैं।
दो वर्ष पहले अपनी स्कूल की पढ़ाई ख़त्म करने के बाद शालिनी अब जिला पॉलीटेकनिक में दूसरे वर्ष में हैं। उसकी इस कामयाबी से कॉलेज व स्कूल दोनों ही जगहों पर ख़ुशी का माहौल है।
शालिनी की कामियाबी पर उसके स्कूल के सहायक प्रधानाचार्य तारकेश्वर सिंह कहते हैं, "राष्ट्रपति के हाथों सम्मान मिलना कोई आम बात नहीं है। शालिनी के जोश और उसकी कोई भी काम कर लेने की लगन के कारण उसे यह सम्मान मिला है। पूरे स्कूल की तरफ से उसे ढेरों शुभकामनाए।"
रायबरेली जनपद से चयनित प्रियंका चौधरी, वैशाली गुप्ता, संध्या, संदीप सोनकर, मतीन, निखिल तिवारी, आशीष कुमार, अरविंद कुमार, शिखर शुक्ला, अंकित मौर्या, शिवेंद्र पटेल, रजनीश पाल को राष्ट्रपति पुरस्कार से सम्मानित किया गया जबकि शालिनी को खुद राष्ट्रपति के हाथों यह सम्मान मिला है।