100 दिनों में शहर में दौड़ेगी मेट्रो

Update: 2016-07-20 05:30 GMT
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लखनऊ। राजधानी में मेट्रो रेल परियोजना को तय समय एक दिसंबर से एक महीना पहले चलाने को लेकर लखनऊ मेट्रो रेल कॉरपोरेशन ने तैयारियां शुरू कर दी हैं। कंपनी ने अब तय किया है कि ट्रायल के लिए जरूरी सभी इंतजाम पहले कर दिये जायें। जबकि फिनिशिंग जब यात्री गाड़ी में बैठना शुरू कर देंगे तब तक चलती रहेगी। तय 133 की जगह 100 दिनों में ही लखनऊ में मेट्रो ट्रेन का ट्रायल शुरू हो जाएगा।

इसके साथ ही भूमिगत मेट्रो को लेकर भी काम तेजी से किया जा रहा है। सबसे पहले चारबाग में रैंप बनाए जाएंगे। जिसको लेकर काम शुरू भी किया जा चुका है। जबकि सचिवालय के सामने से भूमिगत निर्माण का आगाज कर दिया जाएगा। दो टनल बोरिंग मशीन के माध्यम से सुरंग खोदी जाएंगी। इन दोनों टनल बोरिंग मशीन का परीक्षण एलएमआरसी के अफसरों ने दिल्ली में शुरू भी कर दिया है। एलएमआरसी की प्रेस वार्ता में बुधवार को प्रबंध निदेशक कुमार केशव ने इस बात की जानकारी मीडिया को दी।

उन्होंने बताया कि हमने जो लक्ष्य तय किया था उसमें अभी 133 दिन का समय बचा हुआ है मगर हम अब आखिरी सौ दिनों का काम मान कर जुट गये हैं। ट्रांसपोर्ट नगर से चारबाग तक स्टेशनों पर प्लेटफार्म का काम पूरा हो चुका है। जबकि, फिनीशिंग की ओर हम बढ़ रहे हैं। इसके साथ ही ट्रैक बिछाने का काम भी चल रहा है। हमने बिजली को लेकर 133 केवीए का सब स्टेशन अपने डिपो में स्थापित कर दिया है। जिसको हम सरोजनी नगर के ट्रांसमिशन सेंटर से कनेक्ट करेंगे। जहां से मिलने वाली 133 केवीए की लाइन को ट्रांसफारमरों के जरिये 25 केवीए में बदल कर ओएचई तक पहुंचाया जाएगा।

बोगी निर्माण तेजी से अगले महीने जाएंगे चेन्नई

कुमार केशव ने बताया कि चेन्नई की श्रीसिटी में मेट्रो की बोगियों का निर्माण तेजी से किया जा रहा है। जिसमें कोई भी जटिलता होगी तो उसको देखने के लिए वे खुद अन्य अफसरों के साथ अगले महीने चेन्नई जाएंगे। नवंबर में पहली ट्रेन राजधानी जाएगी। कुल 20 ट्रेनें आएंगी। जिनमें 80 बोगी होंगी। पहली ट्रेन से केवल ट्रायल होगा। ये ट्रायल नवंबर में शुरू होगा। जबकि करीब तीन महीने बाद यात्री ट्रेन में बैठना शुरू कर देंगे।

नवंबर में ही भूमिगत निर्माण का आगाज

उन्होंने बताया कि अंडरग्राउंड निर्माण के दौरान लोगों को खोदाई कहीं भी दिखाई नहीं देंगे। केवल टनल बोरिंग मशीन को अंदर जाने के लिए एक गड्ढा खोदा जाएगा। यहां से दो टनल बोरिंग मशीन जमीन के भीतर जाएंगी। एक मशीन सचिवालय से हजरतगंज की ओर काम करेगी। दूसरी मशीन सचिवालय से चारबाग तक टनल बनाएगी। चारबाग में केकेसी चौराहे तक एक रैंप बनाया जाएगा। इस रैंप से ही मेट्रो भूमिगत हो जाएगी।

29 को आएंगे मेट्रोमैन

मेट्रोमैन ई श्रीधरन 29 जुलाई को राजधानी आएंगे। कुमार केशव ने बताया कि परियोजना के प्रधान सलाहकार डॉ. श्रीधरन परियोजना की समीक्षा करेंगे। वे जरूरी निर्देश देंगे। इस दौरान उनकी मुख्यमंत्री अखिलेश यादव से भी मुलाकात होगी।

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