लखनऊ (भाषा)। राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ और खुद भागवत भी अक्सर धार्मिक नेताओं के निशाने पर रहते हैं। कांग्रेस से ऑल इंडिया मजलिस इत्तेहादुल मुस्लिमीन (एआईएमआईएम) तक लगातार संगीन आरोप लगाते रहे हैं।
इसी बीच ऑल इण्डिया मुस्लिम वुमन पर्सनल लॉ बोर्ड की अध्यक्ष शाइस्ता अम्बर ने कहा कि राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ को लेकर देश में अनावश्यक भ्रम की स्थिति पैदा की जा रही है। ऐसा नहीं है कि संघ सिर्फ हिन्दुत्व की ही बात करता है। शाइस्ता ने लखन के दौरे पर आये संघ प्रमुख मोहन भागवत से मुलाकात के बाद कहा कि मंगलवार को उन्होंने एक कार्यक्रम में भागवत का पूरा भाषण सुना, जिसमें उन्होंने समाज को जोड़ने, मानवता और राष्ट्र को मजबूत बनाने की बात कही।
साथ ही भागवत ने किसी भी दूसरे धर्म या समुदाय विशेष के बारे में कोई ऐसी टिप्पणी नहीं की, जिससे ये एहसास होता कि संघ केवल हिन्दुत्व का हिमायती है या केवल हिन्दुत्व की बात करता है। शाइस्ता ने ये भी कहा, "भागवत के भाषण को सुनकर अच्छा लगा कि वो समाज के सभी वर्गों और धर्मावलम्बियों को जोड़ने का संदेश दे रहे थे। भागवत को लेकर अनावश्यक भ्रम फैलाया जा रहा है।''
इस सामाजिक कार्यकर्ता ने बताया कि उन्होंने संघ प्रमुख से मुलाकात के दौरान उनसे अनुरोध किया कि वो उनके क्षेत्र में बनवायी गयी मस्जिद और धर्मशाला में आएं ताकि यह संदेश जाए कि संघ मंदिर और मस्जिद में कोई भेद नहीं करता। इस पर भागवत ने सकारात्मक लहजे में कहा कि इस बार तो उनका बहुत व्यस्त कार्यक्रम है लेकिन अगली बार जब भी लखनऊ आएंगे तो मस्जिद जरूर देखेंगे।