नई दिल्ली (भाषा)। राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी ने आज कहा कि आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई में चीन का भारत के साथ हाथ मिलाने का अपना असर होगा। उनका यह बयान मसूद अजहर को संयुक्त राष्ट्र द्वारा आतंकवादी घोषित किये जाने के भारत के प्रयास को बीजिंग द्वारा हाल ही में बाधित करने की पृष्ठभूमि में आया है।
मुखर्जी ने अगले सप्ताह अपनी चीन यात्रा से पहले एक साक्षात्कार में चीन के सरकारी टेलीविजन सीसीटीवी से कहा, "भारत और चीन दोनों बड़े देश हैं और बहु-संस्कृति वाले और बहु-जातीय हैं। अगर इस समस्या से लड़ने में साथ आते हैं तो मुझे विश्वास है कि इसका अपना असर होगा।" उन्होंने कहा, "और भारत हमेशा मानता है कि हर देश की आतंकवाद के प्रति कतई बर्दाश्त नहीं करने की नीति होनी चाहिए और पूरी ताकत से लड़ाई होनी चाहिए।" वह आतंकवाद पर पूछे गये एक प्रश्न का उत्तर दे रहे थे।
चीन ने इस साल मार्च में 2001 के संसद हमले और 2016 के पठानकोट आतंकी हमलों के षड्यंत्रकारी जैश-ए-मोहम्मद प्रमुख अजहर को संयुक्त राष्ट्र में वैश्विक आतंकवादियों की सूची में रखने के भारत के प्रयास को बाधित किया था। राष्ट्रपति ने कहा कि दोनों देशों का एक व्यापक रिश्ता है और भारत चीन के साथ रिश्तों को महत्वपूर्ण समझता है।