नई दिल्ली (भाषा)। पोत परिवहन क्षेत्र में सुधार की धीमी गति से नाराज केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने आज अधिकारियों से अपनी सोच बदलने और विभिन्न बाधाओं और लालफीताशाही दूर करने को कहा।
उन्होंने इस बात पर नाराजगी जतायी कि भारतीय नाविकों की संख्या छह लाख है जो वैश्विक परिदृश्य में बहुत कम है। मंत्री ने निजी कंपनियों को कौशल प्रशिक्षण संस्थान खोलने की अनुमति देकर भारत को नाविकों का केंद्र बनाने के लिये अधिकारियों से तत्काल सुधार की दिशा में कदम उठाने को कहा।
राष्ट्रीय पोत परिवहन बोर्ड (NSB) की बैठक की अध्यक्षता करते हुए गडकरी ने अधिकारियों से कहा, ‘‘आपकी सोच में बदलाव की जरुरत है। आपने भविष्य के अनुमान के नाम पर वृद्धि को रोका है। अपने तौर-तरीके बदिलये नहीं तो मैं आपके दफतर खत्म कर दूंगा। जो लोग काम करना चाहते हैं, उन्हें करने दीजिए। उनके रास्ते में बाधा पैदा मत कीजिये।'' मंत्री ने इच्छा जतायी कि अधिकारी कौशल विकास प्रशिक्षण के लिये निजी कंपनियों को मंजूरी प्रदान करे और प्रशिक्षुओं को मानदेय देने के लिये योजना तैयार करें।
उन्होंने सवालिया लहजे से पूछा, ‘‘जिस तरीके से भारत से साफ्टवेयर और आईटी के क्षेत्र में कंपनियां दुनिया भर में फल-फूल रही हैं, आखिर हम इसी तरह नाविकों को क्यों तैयार नहीं कर सकते और वैश्विक बाजार में अगुवा क्यों नहीं बन सकते? कुशल कार्यबल की मांग के साथ न केवल हम वैश्विक बाजार को नाविक उपलब्ध करा सकते हैं बल्कि विदेशी मुद्रा भारत ला सकते हैं और अपनी अर्थव्यवस्था की वृद्धि में मदद कर सकते हैं।''