लखनऊ। राजधानी में प्रेम संबंधों में दस महीनों में 17 मर्डर हुए हैं। कहीं किसी ने पत्नी की हत्या की तो किसी ने अपनी प्रेमिका की।
राजधानी में जून 2015 से लेकर मार्च 2016 तक 43 मर्डर हुए। पुलिस के आंकड़ों के मुताबिक लूट के प्रयास के दौरान आठ मर्डर जबकि पैसों के लेनदेन के कारणों से पांच मर्डर हुए हैं। नशे में विवाद होने पर चार जबकि रेप और रेप का प्रयास करने के मामलों में तीन मर्डर हुए हैं। वहीं प्रेम सम्बन्धों में 17 मर्डर जबकि पारिवारिक सदस्यों द्वारा सम्पत्ति व अन्य कारणों से छह मर्डर हुए है।
एसएसपी राजेश कुमार पांडेय ने बताया कि हत्या के कई मामलों का जब पर्दाफाश हुआ तो उसमें प्रेम सम्बन्धों का मामला अलग से निकाला गया।
यह आंकड़ा मात्र 43 हत्याओं में 17 का निकला। उन्होंने बताया कि कई मामलों में पति अपनी पत्नी की छोटी बहन से ही प्यार करता मिला, जहां उसको बाद में अपनी पत्नी की हत्या करनी पड़ी जबकि कई मामलों में पत्नी के भाइयों ने भी दूसरी महिला से नजदीकियां बढ़ते देखकर पति की हत्या कर दी।
डॉ. राम मनोहर लोहिया चिकित्सालय के मनोचिकित्सक डॉ. देवाशीष बताते है कि अक्सर पति-पत्नी के बीच विवाद होने पर पति या पत्नी दूसरे के तरफ आकर्षित हो जाते है। हालत यह हो जाती है कि पति और पत्नी एक-दूसरे से बात करना उचित नहीं समझते है। दूरियां ऐसी बढ़ जाती है कि जोश में आकर बहुत गलत हो जाता है। हालांकि ऐसे लोगों को बाद में पछतावा भी होता है। ऐसे लोग नहीं शब्द सुनना पसंद भी नहीं करते है। यदि उनको किसी से प्यार हो जाता है तो उसे पाने के लिये कुछ भी कर गुजरते है। हालांकि यह प्यार नहीं होता है। प्यार को परिभषित नहीं किया जा सकता है।
नाम नहीं छापने पर गोसाईगंज में हुई हत्या के मामले में पीड़ित के चाचा ने बताया कि जिस तरह से पत्नी रामरती ने अपने पति की हत्या कर शव को घर में दबा दिया था, उस तरह से तो कोई सौतेला भी करने के बारे में नहीं सोच सकता है। पिता की हत्या हो गई जबकि मां अपने प्रेमी के साथ जेल में है। ऐसे में उसके बच्चों का भविष्य भी खराब हो गया।
केस - 1
मानकनगर थाना क्षेत्र में 16 जून 2015 को रिंकू की धारदार हथियार से बेरहमी से हत्या कर दी जाती है। हत्या के बाद पत्नी सरिता ने मुकदमा दर्ज कराया। पुलिस के पर्दाफाश में सूरज गोस्वामी और सचिन कुमार यादव और बाबू उर्फ अमित को गिरफ्तार किया। तीनों ने जो कहानी बताई वह चौंकाने वाली थी। सूरज ने बताया कि वह रिंकू का साला है। आये दिन रिंकू सरिता के साथ मारपीट करता था। इतना ही नहीं रिंकू का प्रेम अपनी पत्नी की छोटी बहन से हो गया था। सूरज ने बताया कि उसकी छोटी बहन की जिन्दगी भी रिंकू खराब कर रहा था। जहां उसने अपने दोस्तों के साथ मिलकर उसकी हत्या कर दी।
केस - 2
अलीगंज थाना क्षेत्र में 25 जून 2015 को केंद्रीय विद्यालय के पास बोरे में एक युवती का शव मिला पड़ा था। इस मामले में पुलिस ने जांच करने के बाद पर्दाफाश किया तो हत्यारा प्रेमी ही निकला। गिरफ्तार पड़ोसी और प्रेमी संतोष ने बताया कि वह युवती को प्यार करता था। लेकिन उसकी शादी तय हो गई तो युवती उससे शादी करने का दबाव बनाने लगी। इतना ही नहीं वह ब्लैकमेल करने की धमकी दे डाली। इससे तंग आकर संतोष ने उसे घुमाने के बहाने लेकर चला गया। जहां गोमती नदी के किनारे युवती की गला दबाकर हत्या कर शव को बोरे में रखकर केंद्रीय विद्यालय के पास फेंककर फरार हो गया था।
केस - 3
मलिहाबाद कोतवाली क्षेत्र में 27 जुलाई 2015 को महिला और पुरूष के दो शव बरामद हुये थे। इस मामले में पुलिस ने महिला के पति और उसके भाइयों को गिरफ्तार किया। यह घटना ऑनरकिलिंग निकली। आरोपी दिनेश, शिवकुमार, सुनील, मंजेश और राकेश गिरफ्तार हुये। आरोपी मंजेश ने बताया कि उसकी शादी सरोज के साथ हुई थी। लेकिन सरोज का प्रेम-सम्बन्ध सूरज के साथ चल रहा था। इसकी जानकारी होने पर मंजेश ने सरोज के भाइयों के साथ मिलकर दोनों की हत्या करने की योजना बनाई। योजना के मुताबिक दोनों को शादी करने के लिये आरोपियों ने बुलाया और हत्या करने के बाद चेहरे को बूरी तरह से तेजाब से जला दिया था ताकि शिनाख्त न हो सकें। इस घटना में सरोज के भाई और उसके चचिया ससुर भी शामिल रहे।
केस - 4
महानगर कोतवाली क्षेत्र में 29 मार्च 2016 को गोसाईगंज थाना क्षेत्र के महमूदपुर निवासी रामरती ने थाने पर मुकदमा दर्ज करायाउ कि उसका 40 वर्षीय पति राज कुमार रावत तीन दिन से लापता है।
इस मामले में पुलिस मुकदमा दर्ज कर मामले की जांच की तो सच्चाई काफी चौंकाने वाली निकली। पत्नी रामरती ने अपने प्रेमी सुनील लोध के साथ मिलकर अपने पति राज कुमार को शराब में जहर मिलाकर पिला दिया। राज कुमार की मौत होने पर रामरती ने सुनील के सहयोग से अपने ही घर में गड्ढा खोदकर उसमें गाड़ दिया था।