देश के अलग-अलग हिस्सों में बनती हैं अलग तरह की सेवइयां, आप भी इस बार बनाकर देखिए

साल भर इस त्योहार का इंतजार किया जाता है, कि कब ईद आएगी और कब बनेंगी सेवइयां, शायद ही कोई ऐसा होगा जिन्हें ये सेवइयां न पसंद हो। चलिए जानते हैं कि देश में कहां पर बनती है कौन सी सेवई और साथ में जानते हैं उन्हें बनाने की विधि ...

Update: 2022-04-30 10:12 GMT

देश के अलग अलग हिस्से में सेवई को अलग अलग विधि से बनाया जाता है। (सभी फोटो: freepik)

तैयारी ईद-उल-फित्र की हो और उसमें कुछ मीठा न हो ऐसे भला कैसे हो सकता है। ईद पर तरह-तरह के पकवान बनाए जाते हैं, लेकिन इस मौके पर सेवइयों की जगह कोई नहीं ले सकता है। लेकिन क्या आपको पता है भारत के अलग अलग हिस्से में सेवई को अलग अलग ढंग से बनाया जाता है। इस दिन सेवई का शीर खुरमा, सेवई का जर्दा, दूध वाली सेवई के साथ-साथ किमामी सेवई बनाई जाती है।

महाराष्ट्र में बनता है शीर खुरमा

शीर खुरमा बनाने का रिवाज महाराष्ट्र के इलाके में है। महाराष्ट्र के जालना जिले के अब्दुल हसीब (40 वर्ष) ने गाँव कनेक्शन को बताया, "ईद के अवसर पर मेरे इलाके में शीर खुरमा बनता है, यहां सूखी या किमामी सेवई बनाने का रिवाज नहीं है।"

सेवइयों को जब दूध और मेवे के साथ बनाया जाता है तो वह शीर खुरमा कहलाता है। अब्दुल हसीब ने बताया "शीर खुरमे में काजू, किशमिश बादाम डाला जाता है, साथ में थोड़ी से सेवई भी पड़ती है।"


शीर खुरमा फारसी भाषा का शब्द है। शीर यानी दूध, खोरमा यानी की सूखे मेवे का मिश्रण। इसमें किशमिश, खोपरा (सूखा नारियल), छुहारा, काजू आदि शामिल रहते हैं। इसे दूध में भीगी हुई सेवइयों पर सजाया जाता है।

उत्तर प्रदेश की मशहूर किमामी सेवई

किमामी सेवई उत्तर प्रदेश में ईद के अवसर पर बनाई जाती है। इस सेवई का स्वाद इतना लजीज होता है कि ये सेवई हमेशा मांग में रहती है। नक्काशी की हुई शीशे की प्याली में परोसी गई किमामी सेवई से उठने वाली सोंधी खुशबू हर किसी की जिंदगी में मुहब्बत की मिठास घोल देती हैं।


किमामी सेवई का पूरा दारोमदार शीरे पर होता है। उत्तर प्रदेश की बलिया जनपद के बेल्थरा रोड की सलमा खातून (55 वर्ष) बताती हैं, "किमामी सेवई, एक तार के शीरे की सबसे अच्छी और उम्दा होती है।"

शीरे के तार कैसे पहचानें

सलमा खातून बताती हैं, "प्याले में पानी डाल कर उसमें शीरे को टपकाएं, अगर शीरा जम जाए और उंगली से उठाने पर उंगली में आ जाए तो वही एक तार का शीरा होता है।"

यूपी और बिहार की शरबती सेवई

ये सेवई भी उत्तर प्रदेश और बिहार के इलाके में बनती है। अगर सेवई की मात्रा 1 किलो है और चीनी की मात्रा 2 किलो होती है तो ऐसी सेवई को शरबती सेवई कहते हैं। बिहार के दरभंगा जिले के शाहनवाज इब्राहीम (20 वर्ष) बताते हैं, "हमारे यहां तो शरबती सेवई बनाई जाती है।

शरबती सेवई का खत्म होता रिवाज

जमाना जैसे जैसे बदल रहा है उसी के साथ खान पान और परम्पराएं भी बदल रही हैं। सलमा बताती हैं, "कभी हम लोगों के यहां शरबती सेवई खास होती थी, लेकिन धीरे धीरे जमाना बदलता गया और अब किमामी सेवई खास हो गई है।" वह बताती हैं, "शरबती सेवई शायद ही अब कहीं बनती हो, अब हर घर में किमामी सेवई बनती है।"

सुखी (जर्दा) सेवई

जर्दा सेवई, जिसे सूखी सेवई भी कहा जाता है और यह बंगाल के इलाके में बनती है। इस सेवई में अलग से दूध डाल कर परोसा जाता है। बंगाल के आसनसोल के शाहनवाज (31 वर्ष) बताते हैं, "हम लोगों के यहां सूखी सेवई बनती है।"


सेवइयां ही नहीं ईद में बनते हैं और भी तरह के कई मीठे

ईद के मौके पर भले जलवा सेवइयों का होता है, लेकिन सेवइयों के साथ में और भी तरह के मीठे लोग बनाते हैं, ईद के अवसर पर सेवइयों के साथ में शाही टुकड़ा, गुलाब जामुन और खीर, आदि का भी कोई जवाब नहीं होता है। बंगाल के आसनसोल के शाहनवाज (31) बताते हैं, "हम लोगों के यहां सेवइयों के साथ में शाही टुकड़ा भी बनाया जाता है।"

शीर खुरमा

शीर खुरमा बनाने की सामग्री

फुल क्रीम दूध - डेढ़ लीटर

कंडेंस्ड मिल्क - 1 कप

बारीक वाली सेवई - 1 कप

हरी इलायची पाउडर - 1 टीस्पून

केसर - 2 पिंच

किशमिश - 1 टेबल स्पून

छुहारे - 6

बादाम - 12

चिरोंजी - 1 टेबलस्पून

काजू -12

पिस्ता -2 टेबलस्पून

देसी घी - 4 टेबलस्पून


शीर खुरमा बनाने की विधि

एक पेन लें, दो टेबलस्पून देसी घी डालें

इसमें सेवई डाल कर भून लें

फिर एक प्लेट में निकाल लें

बचा हुआ दो टेबलस्पून देसी घी डालें

ड्राई फ्रूट डाल कर भून लें

इनको भी अलग निकाल कर एक प्लेट में रख लें

अब एक पैन में दूध डालें

उबाल आने तक दूध को पकाएं

जब दूध उबल हो जाए तो सारे ड्राई फ्रूट्स दूध में मिलाएं

अब फ्राई की हुई सेवई मलाएं

अब दूध को 2 से 3 मिनट तक पकाएं

अब कंडेंस्ड मिल्क डालकर 5 मिनट और पकाएं

अब हरी इलायची पाउडर डालकर मिक्स करें


किमामी सेवई

किमामी सेवई की सामग्री

सेवई- 250 ग्राम

चीनी- 250 ग्राम

नारियल- 100 ग्राम

मावा- 150 ग्राम

दूध- 250 ग्राम

मखाना- 50 ग्राम

घी- 3 चम्मच

बादाम- थोड़े से बारीक कटे हुए

काजू- थोड़े से बारीक कटे हुए

चिरौंजी- 1 छोटा चम्मच

इलायची- 4-5

ऑरेंज कलर- कुछ बूंदें

किमामी सेवई बनाने की विधि

एक पैन में एक बड़ा चम्मच घी डाल कर गर्म करें।

घी गर्म होने पर दो इलायची डालें और 10 सेकंड बाद नारियल (जो आपने भिगो कर पीसा हुआ है) और थोड़ा सा खोया डाल कर 1-2 मिनट तक भूनें।

पैन में भुनी हुई सामग्री को अब आप गैस बंद करके एक बाउल में निकाल लें।

अब उसी पैन में एक बार फिर से एक चम्मच देसी घी डालें और जब घी गर्म होने लगे तब आप इसमें बारीक कटे हुए मेवे और मखाना डालकर उसे रोस्ट करें। जब ये गोल्डन ब्राउन होने लगे तो गैस बंद करके इन्हें एक प्लेट में निकाल लें। अब इसे आप किसी भारी चीज से पीसकर इसका चूर्ण बना लें।

एक बड़ा बर्तन लें और उसमें 2 कप पानी डालकर उसमें 500 ग्राम चीनी डाल दें। चीनी को पानी में अच्छे से घोलने के लिए इसे लगातार चलाते रहें। जब चीनी पानी में अच्छे से घुल जाएंगी तो एक तार की चाशनी तैयार हो जाएगी। जब एक तार की चाशनी तैयार हो जाए तब आप इसमें ओरेंज रंग डालकर उसे मिक्स कर लें।

अब इसी चाशनी में आप पीसे हुए मेवे और मखाने भी डाल दें और उसे धीमी आंच पर 5 मिनट कर चाशनी में पकाएं।

अब एक पैन लें उसमें एक चम्मच घी डालकर उसे गर्म करें। इस घी में इलायची डालकर भूनें और फिर इसमें सेवइयां डालें इन सेवइयों को आप धीमी आंच पर चलाते हुए 5 मिनट तक भुनिये।


सेेवइयों का जर्दा

सेवइयों का जर्दा बनाने के लिए सामग्री

सेवई- 200 ग्राम

चीनी 125 चीनी

घी- 2 चम्मच

काजू कतरे हुए- 8

काजू कतरे हुए- 8

बादाम- 8

इलायची- 4 दरदरा पिसी हुई

खोया 100 ग्राम

एक चुटकी खाने वाला रंग

सेवइयों का जर्दा बनाने की विधि

चूल्हे पर एक पैन चढ़ाएं,घी डालें

घी गर्म हो जाए तो सेवइयां डालें

कटे हुए काजू बादाम को भी फ्राई करें

चाशनी बनाएं

चाशनी बन जाए तो भुनी हुई सेवइयां डालें

साथ में खाने वाला रंग और खोया भी मिलाएं

पांच मिनट मध्यम आंच पर पकने दें

इलायची पाउडर डालें और मिक्स करें

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