इलाहाबाद (भाषा)। भाजपा की दो दिवसीय राष्ट्रीय कार्यकारिणी बैठक में भाग लेने के लिए शहर में आये प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी आज ऐतिहासिक इलाहाबाद उच्च न्यायालय गये और वहां उन्होंने करीब एक घंटे तक समय बिताया। यह संस्थान फिलहाल अपनी स्थापना का 150वां वर्ष मना रहा है।
मोदी शाम पांच बजे उच्च न्यायालय परिसर पहुंचे। उनकी कार्यवाहक मुख्य न्यायाधीश वीके शुक्ला और बार एसोसिएशन के सदस्यों ने अगवानी की। प्रधानमंत्री ने अदालत परिसर में करीब 50 मिनट बिताये और इसके बाद वह काली प्रसाद इंटर कालेज के खेल मैदान में चले गये जहां आज शाम पार्टी कार्यकारिणी की बैठक निर्धारित है।
इससे पहले दिन में पार्टी की राज्य इकाई के प्रमुख केशव प्रसाद मौर्य इन खबरों के बाद इलाहाबाद उच्च न्यायालय पहुंचे कि हाई कोर्ट बार एसोसिएशन (एचसीबीए) के सदस्य मीडिया में आयी एक ख़बर को लेकर नाराज हैं। इन मीडिया खबरों के अनुसार भाजपा के अध्यक्ष अमित शाह ने पश्चिमी उत्तर प्रदेश के लिए उच्च न्यायालय की एक अलग पीठ कायम करने की मांग का समर्थन किया है।
अलग पीठ का मामला काफी समय से विचाराधीन है लेकिन इलाहाबाद उच्च न्यायालय के वकील इसका कड़ा विरोध करते आये हैं क्योंकि इसके चलते वे अपेक्षाकृत संपन्न एवं कथित रुप से अधिक अपराध वाले क्षेत्र के मुवक्किलों से वंचित हो जाएंगे।
कल रात एचसीबीए ने एक आपात बैठक बुलायी और घोषणा की कि उनके सदस्य प्रधानमंत्री के उच्च न्यायालय के आने के समय शाह के कथित बयान के खिलाफ विरोध दर्ज करवाएंगे।
बहरहाल, एचसीबीए ने मौर्य के आने के बाद अपना विरोध वापस ले लिया। एसोसिएशन के अध्यक्ष राधाकांत ओझा ने बताया कि मौर्य ने उनके सामने स्पष्ट किया कि मीडिया की खबरें आधारहीन हैं तथा शाह ने अलग पीठ के मुद्दे पर कुछ भी कहने से स्वयं इंकार किया है।
ओझा ने कहा, ‘‘बार के सदस्य प्रधानमंत्री का स्वागत करने के लिए पीठ के साथ शामिल होने को तैयार हो गये। प्रधानमंत्री शिष्टाचार वश उच्च न्यायालय आये थे जो अपनी स्थापना का डेढ सौवां वर्ष मना रहा है।''