बस सेवा ठप होने से मझगवां शरीफ जाने वाले यात्रियों को हो रही परेशानी

Update: 2016-07-27 05:30 GMT
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विशुनपुर (बाराबंकी)। बाराबंकी से मझगवां शरीफ की दूरी लगभग 30 किमी. है, लेकिन मझगवां शरीफ तक चलने वाली परिवहन बस सेवा ठप होने से दरगाह तक आने वाले जायरीनों को जान जोखिम में डालकर मजबूरन प्राइवेट वाहनों में यात्रा करनी पड़ रही है।

कई वर्षों पहले बाराबंकी से मझगवां शरीफ के लिए बस सेवा संचालित थी। मझगवां तक चलने वाली एक मात्र बस के दुर्घटनाग्रस्त हो जाने के बाद से बस सेवा ठप हो गयी, जिसके चलते कुतुलुपुर, हजरतपुर, दौलतपुर मझगवां, बिलौली, उसरहा सहित कई अन्य गाँवों से मझगवां दरगाह पर आने वाले जायरीनों को काफी दिक्कतें उठानी पड़ रही हैं।

दरगाह पर साल में कई उर्स आयोजित होते हैं, जिनमे देश-विदेश के जायरीन जियारत करने आते हैं। उनके लिए दरगाह तक पहुंचने का एक मात्र साधन इस मार्ग पर चलने वाले टैम्पो हैं। जिससे जायरीनों लटक कर यात्रा करनी पड़ती है।

हजरतपुर बिलौली निवासी नियाज अंसारी ने बताया, “परिवहन सुविधा उपलब्ध होने पर जायरीनों के साथ-साथ क्षेत्र वासियों को भी काफी सहूलियत थी। बस सेवा बन्द होने से दैनिक यात्रियों के अतिरिक्त जायरीनों को भी काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है।” कुतुलुपुर निवासी सतीश यादव ने कहा, “सैयद मखदूम शेख सारंग की दरगाह जायरीन की आस्था का केंद्र है।

यहां प्रतिदिन काफी जायरीन आते हैं। बस सेवा ठप होने से लोगों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ता है।” विशुनपुर में मेडिकल स्टोर चलाने वाले इरशाद अंशारी ने बताया, “जब मझगवां तक बस का संचालन होता था तो हम दुकान के लिए बस से चले आते थे, लेकिन बस सेवा बंद होने से मोटरसाइकिल खरीदना पड़ा जो काफी खर्चीला साबित हुआ।” क्षेत्र के सभी ग्रामीणों ने बस सेवा बहाल करने की मांग की है।

रिपोर्टर - अरुण मिश्रा

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