देवरिया (भाषा)। उत्तर प्रदेश में अपशब्दों को लेकर भाजपा और बसपा के बीच जारी द्वंद्व के बीच रेल राज्य मंत्री मनोज सिन्हा ने आज कहा कि बसपा द्वारा शुरु की गई गालियों की सियासत स्वस्थ राजनीति की परिचायक नहीं है।
सिन्हा ने संवाददाताओं से बातचीत में कहा कि भाजपा स्वस्थ राजनीति में विश्वास करती है और वह अमर्यादित शब्दों का न तो प्रयोग करती है और न ही इसे पसन्द करती है। भाजपा पार्टी के शीर्ष नेतृत्व को दयाशंकर सिंह के अमर्यादित बोल के बारे में जैसे ही पता चला तो उसने उनके खिलाफ कार्यवाही की, लेकिन बसपा कार्यकर्ताओं ने सिंह की टिप्पणी का जिस बेहूदा तरीके से जवाब दिया वह स्वस्थ राजनीति नहीं कही जा सकती।
रेल राज्यमंत्री ने कहा, ‘‘यदि मैंने कहीं गलती की है तो मेरे खिलाफ बोलिये ना कि मेरी मां, बेटी और पत्नी को इसमें घसीटिये।'' बसपा के अमर्यादित प्रदर्शन की अगुवाई कर रहे पार्टी महासचिव नसीमुद्दीन सिद्दीकी की गिरफ्तारी नहीं होने की स्थिति में दयाशंकर सिंह की भाजपा में वापसी की मांग करने के सलेमपुर से भाजपा सांसद रविन्द्र कुशवाहा के बयान पर सिन्हा ने कहा कि भाजपा अध्यक्ष और संगठन के लोग इस बारे में निर्णय लेंगे कि सिंह को फिर से भाजपा में लिया जाय या नहीं।