लखनऊ। सूखे की मार झेल रहे बुंदेलखंड से सीएम अखिलेश यादव ने गरीबों को राशन बांट कर प्रदेश में खाद्य सुरक्षा योजना शुरूआत की। उन्होंने बुंदेखण्ड में कई योजनाओं को हरी झंडी दिखाई।
बृहस्पतिवार को महोबा और चित्रकूट के दौरे पर गए अखिलेश यादव ने पात्र परिवारों को राहत सामग्री बांटते हुए कहा, “संकट की इस घड़ी में सरकार यहां के लोगों के साथ खड़ी है। पूरा बुन्देलखंड भीषण सूखे की चपेट में है, और इसके पहले ओलावृष्टि से फसलों का काफी नुकसान हुआ था।”
वहीं, सीएम ने चित्रकूट में योजनाओं की लापरवाही पर बीएसए, मुख्य पशु चिकित्सा अधिकारी तथा एआरटीओ को निलम्बित करने के निर्देश दिए।
सीएम ने कहा, “राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा अधिनियम के प्राविधानों को पूरे देश में सर्वप्रथम बुन्देलखण्ड क्षेत्र में लागू किया। राज्य सरकार ने इस अधिनियम के तहत चिन्हित गरीब परिवारों को दो रुपए किलो गेहूं और तीन रुपए किलो चावल की योजना का सरलीकरण करते हुए बुन्देलखण्ड क्षेत्र के सूखाग्रस्त क्षेत्रों में लोगों को राहत देने की व्यवस्था की। चित्रकूट जिले के 1047 अन्त्योदय पात्रों को विशेष राहत सामग्री वितरित करते हुए चित्रकूट में 51.63 करोड़ की कुल 16 परियोजनाओं का लोकार्पण किया।
सीएम ने कहा, “विकास कार्यक्रमों के क्रियान्वयन में शिथिलता बरतने वाले किसी भी अधिकारी व कर्मचारी को बख्शा नहीं जाएगा।” सीएम ने महोबा में 1.47 अरब की 19 परियोजनाओं का लोकार्पण व 13 परियोजनाओं का शिलान्यास किया। वहीं, मुख्यमंत्री ने महोबा में 1500 अन्त्योदय परिवारों को सूखा राहत सामग्री वितरित कर योजना की शुरूआत की।
सीएम ने कहा, “अधिकारीगण अपने-अपने विभागों के माध्यम से बुन्देलखण्ड क्षेत्र की बदहाली को दूर करने तथा सूखे एवं ओलावृष्टि से प्रभावित किसानों को मदद करने के लिए हर सम्भव कदम उठाएं।”