नई दिल्ली (भाषा)। सरकार अगले माह से देश भर में स्कूली छात्रों के शैक्षणिक प्रदर्शन पर नज़र रखने वाली योजना लागू करने की योजना बना रही है जिसके जरिए बीच में ही स्कूल छोड़ने वाले छात्रों की पहचान भी की जा सकेगी।
‘शाला अस्मिता' नामक योजना के अगले माह के मध्य में लागू किए जाने की संभावना है। अस्मिता दरअसल ‘ऑल स्कूल मॉनिटरिंग इंडिविजुअल टै्रकिंग ऐंड एनालिसिस' का संक्षिप्त रुप है।
मानव संसाधन विकास मंत्रालय के अधिकारियों ने कहा कि इस ऑनलाइन सिस्टम के तहत, सभी स्कूलों के छात्रों का डेटा स्थानीय और राज्य प्रशासनों की मदद से एकत्र किया जाएगा और उनके प्रदर्शन की निगरानी की जाएगी। उन्होंने कहा कि किसी छात्र की प्रगति पर नज़र रखने के लिए आधार संख्या एक विशेष तौर पर बनाई गई संख्या का इस्तेमाल इस योजना में किया जाएगा।
अधिकारियों ने कहा, ‘‘मानव संसाधन विकास मंत्रालय को इस पहल में राज्यों का सहयोग मिल रहा है और उम्मीद है कि अगले माह यह योजना शुरु हो जाएगी।'' उन्होंने कहा कि यह योजना स्कूलों के बारे में सटीक डेटा उपलब्ध करवाने में और मध्याह्न भोजन योजना समेत विभिन्न कार्यक्रमों की बेहतर निगरानी में मदद करेगी।
पिछले माह मानव संसाधन विकास मंत्री स्मृति ईरानी ने घोषणा की थी कि सरकार देशभर के लाखों लोगों की प्रगति की निगरानी के लिए और स्कूल छोड़ने वाले छात्रों की पहचान के लिए एक तंत्र लेकर आ रही है।