नई दिल्ली (भाषा)। विश्व का सबसे बड़ा डाक नेटवर्क, इंडिया पोस्ट, बैंक सेवाओं के प्रबंधन के लिए एक अलग इकाईं बना रहा है, जिससे उसे सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों के एटीएम नेटवर्क के साथ अपने एटीएम को जोड़ने में मदद मिलेगी।
इंडिया पोस्ट को पिछले साल भुगतान बैंक के परिचालन के लिए लाइसेंस मिला था और वह परिचालन शुरु करने की दिशा में ज्यादा आगे नहीं बढ़ पाया है। वित्त मंत्रालय के एक अधिकारी ने कहा, ‘‘हम डाक घरों के एटीएम को अन्य बैंकों के साथ जोड़ना चाहते थे। आरबीआई ने कहा कि हम इसकी मंजूरी तभी दे सकते हैं जबकि डाक घर एक अलग बैंक इकाईं बनाएं क्योंकि आरबीआई के अधिकार क्षेत्र में सिर्फ बैंक हैं। डाक विभाग ने सकारात्मक रवैया अपनाया है और एक अलग इकाईं बनाई है।'' इस इकाईं का मुख्यालय बेंगलुर होगा।
एटीएम नेटवर्क से संपर्क होने के बाद लोगों को अपने डाक घर खाते से किसी बैंक के खाते में धन हस्तांतरण की सुविधा होगी। इसके अलावा डाक घर के एटीएम का उपयोग बैंक खातों से धन निकाले जाने के लिए भी किया जा सकेगा।
अधिकारी ने कहा कि इस इकाईं को पोस्ट बैंक लाइसेंस को परिचालन में लाने के लिए बनाया गया है और आखिरकार इसका पोस्ट बैंक में विलय कर दिया जायेगा। डाक विभाग के देश भर में 28,000 विभागीय डाक घर और 1.50 लाख ग्रामीण इलाकों में डाक घर हैं। घरों में एटीएम और छोटे एटीएम लगा रहा है ताकि वित्तीय समावेश के लिए विस्तृत नेटवर्क का फायदा उठाया जा सके।
अधिकारी ने कहा, ‘‘आरबीआई ने कहा है कि डाक विभाग की अलग इकाई का गठन बैंकिंग नियमन के लिए किया गया है। आरबीआई एटीएम को समग्र नेटवर्क से जोड़ने के बारे में विकल्प पर विचार कर रहा है।'' उन्हेांने कहा, ‘‘इससे कम नकदी वाली अर्थव्यवस्था की ओर बढ़ने में मदद मिलेगी। डाक विभाग की ऐसे दूर-दराज इलाकों में भी शाखाएं हैं जहां बैंक मित्र की पहुंच नहीं हो सकती। एटीएम को परस्पर जोड़ने से डाक विभाग की दूर दराज इलाकों तक पहुंच का फायदा उठाने की सुविधा मिलेगी।''
पोस्ट बैंक का औपचारिक ढांचा करीब डेढ़ साल में आकार लेगा। इसलिए सरकार चाहती है कि डाक घर एटीएम के जरिए पोस्ट बैंक अपना परिचालन शुरु करे। इंडिया पोस्ट ने इस साल के अंत तक देश भर में 10,000 एटीएम और 20,000 छोटे एटीएम स्थापित करने की योजना बनाई है।