कोरबा (छत्तीसगढ़) । आप कभी सोच भी नहीं सकते कि दो कमरों का मिट्टी का घर, दो बल्ब और दो पंखों का बिजली बिल 75 करोड़ रुपये हो सकता है। जी हां लेकिन ऐसा हुआ है। ये कारनामा किया है छत्तीसगढ़ के कोरबा के बिजली विभाग ने। यहां मजदूरी करने वाली एक महिला सरिता यादव के घर पूरे 75 करोड़ रुपये का बिल भेज दिया गया है।
यह मामला छत्तीसगढ़ के कोरबा जिले के भैसमा गाँव का है। जहां की रहने वाली सरिता यादव मेहनत-मजदूरी करके अपने परिवार के साथ जीवन यापन करती हैं। उसके एक छोटे से मकान में दो पंखे चलते हैं और दो बल्ब जलते हैं। मगर सरिता को एक महीने का बिजली बिल 75 करोड़ रुपये का मिला तो वह सदमे में आ गई, गश खाकर गिर पड़ी।
विद्युत वितरण विभाग द्वारा मई 2017 के लिए जारी किया गया बिजली का बिल 75,49,37,470 रुपए महिला को थमाया गया। मजदूरी कर जीने वाली सरिता सोच में पड़ गई कि इतनी बड़ी रकम का भुगतान वह इस जनम में तो क्या सात जनम में भी पूरा नहीं कर पाएगी। सरिता ने इस मामले की शिकायत विद्युत विभाग से की है और बिजली बिल दुरुस्त करने की मांग भी की है। मजदूर के यहां 75 करोड़ रुपये का बिल आने से आसपास के लोग भी हैरत में हैं और बिजली बिल बनाने की व्यवस्था पर सवाल उठा रहे हैं।
छत्तीसगढ़ स्टेट पॉवर डिस्ट्रीब्यूशन कंपनी लिमिटेड के प्रबंध निदेशक के पीए कुरियन फिलिप से की, तो उन्होंने कहा, “ऐसा गलती से हो गया है। आप मुझे बीपी नंबर दिलवा दीजिए मैं अभी इसको दुरुस्त करवा देता हूं।”
सरिता को मिले बिल में लिखी भारी-भरकम रकम को विद्युत विभाग ‘गलती से मिस्टेक’ मान रहा है। एक विभागीय अधिकारी ने कहा, “टाइप करने में मिस्टेक हो गया होगा। इसे प्रिंटिंग मिस्टेक माना जाएगा। बिल जल्द ही दुरुस्त करा कर दिया जाएगा और महिला से उतना ही पैसा लिया जाएगा, जो मीटर बताएगा।”
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