मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव: कांग्रेस जीती तो इन नेताओं में से कोई एक बन सकता है CM
कांग्रेस के मुख्यमंत्री उम्मीदवार पर अब भी संशय कायम है। हम आपको मध्य प्रदेश में कांग्रेस के उन चेहरों के बारे में बता रहे हैं जिनके मुख्यमंत्री बनने की संभावनाएं हैं।
मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव के नतीजों के रुझान आने शुरू हो गए हैं। रुझानों में कांग्रेस बढ़त दर्ज करती दिख रही है। ऐसे में सवाल उठता है कि अगर रुझान नतीजों में बदल जाएं तो मध्य प्रदेश का अगला मुख्यमंत्री कौन होगा? कांग्रेस के मुख्यमंत्री उम्मीदवार को लेकर अब भी संशय कायम है। हम आपको मध्य प्रदेश में कांग्रेस के उन चेहरों के बारे में बता रहे हैं जिनके मुख्यमंत्री बनने की संभावनाएं हैं।
1. कमलनाथ को मिल सकती है कमान
कमलनाथ प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष हैं। कांग्रेस को राज्य में मजबूत करने में इनका अहम योगदान माना जा रहा है। कमलनाथ के क्षेत्र छिंदवाड़ा में तो ये प्रचार भी किया गया कि अगर कांग्रेस सत्ता में आयी तो कमलनाथ ही मुख्यमंत्री बनेंगे। हालांकि कमलनाथ इस सवाल को टालते रहे हैं। जब उनसे पूछा गया कि मध्य प्रदेश में अगर कांग्रेस सत्ता में आई तो मुख्यमंत्री कौन होगा? इस सवाल के जवाब में कमलनाथ ने कहा, ''हम 140 सीटें जीतेंगे, कल तक इंतजार करिए, सब कुछ कल तक साफ हो जाएगा''। वहीं, कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने भोपाल स्थित पार्टी कार्यालय के बाहर बधाई पोस्टर लगा दिया है। कार्यकर्ताओं ने पोस्टर में लिखा है, ''कमलनाथ जी के नेतृत्व में कांग्रेस की सरकार का अभिनंदन''। इससे जाहिर है कि कांग्रेस के जीतने पर कमलनाथ गुट उन्हें मुख्यमंत्री बनाने की मांग जरूर करेगा।
2. मुख्यमंत्री की रेस में ज्योतिरादित्य सिंधिया का भी नाम
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता ज्योतिरादित्य सिंधिया भी मध्य प्रदेश में मुख्यमंत्री पद के प्रबल दावेदार माने जाते हैं। सिंधिया मध्य प्रदेश में कांग्रेस के शीर्ष नेताओं में से एक हैं। उन्होंने 2014 में बीजेपी के पक्ष में जबर्दस्त चुनावी लहर के बावजूद लोकसभा चुनाव में जीत हासिल की थी। सिंधिया गुट विधानसभा चुनाव के दौरान भी उन्हें मुख्यमंत्री बनाने की मांग करता रहा है। हालांकि गुना से सांसद सिंधिया भी मुख्यमंत्री बनने के सवाल को हमेशा टालते रहे हैं। उन्होंने लगातार कहा है कि समूची कांग्रेस का लक्ष्य मध्य प्रदेश में भाजपा को सत्ता से बेदखल करना रहा है।
3. दिग्विजय सिंह भी दावेदार
विधानसभा चुनाव में कांग्रेस की जीत होने पर पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय भी मुख्यमंत्री बनने के लिए ताल ठोक सकते हैं। 2003 में दिग्विजय सिंह ने मध्य प्रदेश का विधानसभा चुनाव हारने के बाद कहा था कि, वो अगले 10 साल कोई चुनाव नहीं लड़ेंगे। 2004 से दिग्विजय पार्टी के महासचिव हैं। दिग्विजय सिंह मध्य प्रदेश के दो बार मुख्यमंत्री रह चुके हैं। हालांकि इस चुनाव में दिग्विजय सिंह कांग्रेस के चुनावी अभियान से अलग ही रहे हैं। फिर भी उनकी दावेदारी कम नहीं मान जा रही।
मंगलवार को मध्यप्रदेश के 230 विधानसभा सीटों की मतगणना होगी। मध्य प्रदेश चुनाव में 1,094 निर्दलीय प्रत्याशियों सहित कुल 2,899 उम्मीदवार किस्मत आजमा रहे हैं। इनमें से 2,644 पुरुष, 250 महिलाएं एवं पांच ट्रांसजेंडर शामिल हैं। इनके जीत या हार का फैसला मंगलवार मतगणना के बाद पता चल जाएगा।