दिल्ली में ओला, उबर चालकों की हड़ताल का असर सड़को पर नहीं दिखा  

Update: 2017-04-18 14:30 GMT
कैब हडताल।

नई दिल्ली (भाषा)।दिल्ली में ओला और उबर चालकों की एक दिन की हड़ताल का असर दिल्ली की सड़को पर आधिक देखने को नहीं मिला। क्योंकि दैनिक यात्रियों को सुबह के व्यस्त समय के दौरान अपने गंतव्य तक जाने में कैब आसानी से मिलती रही।हड़ताल का आह्वान करने वाले सर्वोदय ड्राइवर्स एसोसिएशन ऑफ दिल्ली एसएडीए ने दावा किया कि कम किराय के खिलाफ दोपहर बाद और अधिक चालक प्रदर्शन में शामिल हो जाएंगे।

देश-दुनिया से जुड़ी सभी बड़ी खबरों के लिए यहां क्लिक करके इंस्टॉल करें गाँव कनेक्शन एप

जबकि कई मार्गों पर कैब आसानी से उपलब्ध है लेकिन एप आधारित कुछ कैब चालकों ने कुछ मार्गों के लिए किराया बढा दिया हैं।ऑटो और टैक्सी यूनियनों के हड़ताल में शामिल नहीं होने के निर्णय के कारण स्थिति सामान्य बनी रही।

दिल्ली ऑटोरिक्शा संघ और दिल्ली प्रदेश टैक्सी यूनियन पीली काली टैक्सियां ने बताया कि वे सामान्य रुप से काम करते रहेंगे। दोनों संगठनों के महासचिव राजेन्द्र सोनी ने बताया कि ‘‘हम दिल्ली में हड़ताल का समर्थन नहीं करेंगे।'' ओला और उबर के 1.25 लाख चालकों का प्रतिनिधि होने का दावा करने वाली एसडीएडी ने वर्तमान के छह रुपया प्रतिकिलोमीटर की दर को बढाकर करीब 20 रुपया प्रतिकिलोमीटर करने की मांग की है। वे कंपनियों द्वारा चालकों से लिये जाने वाले 25 प्रतिशत कमीशन को हटाने की भी मांग कर रहे हैं।

इस साल फरवरी में एसडीएडी द्वारा किया गया हडताल के कारण दिल्ली-एनसीआर में दैनिक यात्रियों को परेशानी का सामना करना पडा था। उस दौरान ओला-उबर के अधिकांश चालक 13 दिनों तक सड़क पर नहीं उतरे थे।

ताजा अपडेट के लिए हमारे फेसबुक पेज को लाइक करने के लिए यहां, ट्विटर हैंडल को फॉलो करने के लिए यहां क्लिक करें।

Similar News