मुंबई (भाषा)। मिस्र की नागरिक इमान अहमद के मोटापे का इलाज करने वाले सर्जन मुफ्फजल लकडावाला ने उसे संयुक्त अरब अमीरात के एक अस्पताल में स्थानांतरित करने के उसके परिवार के निर्णय को एक गलती बताया।
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विश्व की सबसे अधिक वजनी महिला मानी जाने वाली इमान गत फरवरी में इलाज के लिए यहां स्थित सैफी अस्पताल आयी थी। इमान अब अबू धाबी के अस्पताल जा रही है। इमान की बहन शाइमा सलीम ने आरोप लगाया है कि उसकी बहन को सैफी अस्पताल में उचित इलाज नहीं मिल रहा था।
लकडावाला ने संवाददाताओं से बातचीत में इमान के परिवार के उसे स्थानांतरित करने के निर्णय को बताने के लिए संस्कृत के वाक्य ‘‘विनाशकाले विपरीत बुद्धि'' का इस्तेमाल किया।उन्होंने कहा, ‘‘मेरा मानना है कि यह ‘‘विनाशकाले....'', है। उन्होंने कहा कि शाइमा यह आरोप किसी और के इशारे पर लगा रही है।
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लकडावाला ने कहा, ‘‘मैंने अपने पहले संवाददाता सम्मेलन में स्पष्ट किया था कि मैंने इमान के परिवार को यह वादा नहीं किया है कि मैं उसे चलने लायक बना दूंगा। एक चिकित्सक के तौर पर मैंने उसका वजन कम किया और अब कोई भी उसे चुनौती नहीं दे सकता। सभी को पता है कि उसका वजन काफी कम हो गया है।'' उन्होंने कहा, ‘‘हम उसे डिस्चार्ज नहीं कर रहे हैं हम उसके परिवार के मुम्बई से यूएई स्थानांतरित करने के निर्णय को स्वीकार कर रहे हैं उसकी चिकित्सकीय रिपोर्ट यूएई के चिकित्सकों के साथ पहले ही साझा की जा चुकी हैं हमें नहीं पता कि वे उसे कब ले जा रहे हैं।''
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