आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं को मिला दिवाली से पहले, दिवाली का उपहार
प्रधानमंत्री मोदी ने आशा और आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं से नरेंद्र मोदी ऐप एवं वीडियो लिंक के माध्यम से बात कर के ऐलान किया कि जिन आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं का मानदेय 2250 रूपए था, उन्हें अब 3500 रूपए मिलेंगे। इसके अलावा आंगनवाड़ी सहायिकाओं को 1500 रूपए के स्थान पर 2250 रूपये मिलेंगे।
लखनऊ: तारावती जब काम से घर लौटी तो पति से उन्हें मासिक मानदेय में बढ़ोत्तरी की बात पता चली। "मुझे तो इन्होने बताया कि अक्टूबर से मेरी प्रोत्साहन राशि डेढ़ हज़ार रुपये बढ़ जाएगी। काम तो हम हर रोज़ घंटों धुप में घूम कर करते हैं जिसके लिए 4000 रुपये भी काम ही हैं लेकिन शुक्र है, कुछ तो तरस खायी सरकार ने," तारावती असंतुष्ट सी आवाज़ में कहती है।
लखनऊ के मोहनलालगंज की रहने वाली 45 वर्षीय तारावती पिछले 6 साल से बतौर आशा कार्यरत हैं और प्रधानमंत्री के दिवाली उपहार से कुछ ख़ास खुश नहीं हैं।
विगत वर्षों में कई प्रदर्शन और मांगों के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए देशभर की आशा कर्मियों और आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं से बात कर उनके मानदेय में वृद्धि करते हुए आशा कर्मियों की प्रोत्साहन राशि बढ़ाकर लगभग दोगुना करने तथा आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं का मानदेय 3000 रूपये से बढ़ा कर 4500 रूपये करने की घोषणा की। केंद्र सरकार ने वेतनमान के इस फैसले को दिवाली उपहार बताया है जो अक्टूबर महीने से लागू होगा।
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प्रधानमंत्री मोदी ने आशा औरआंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं से नरेंद्र मोदी ऐप एवं वीडियो लिंक के माध्यम से बात कर के ऐलान किया कि जिन आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं का मानदेय 2250 रूपए था, उन्हें अब 3500 रूपए मिलेंगे। इसके अलावा आंगनबाड़ी सहायिकाओं को 1500 रूपए के स्थान पर 2250 रूपये मिलेंगे।
हालांकि विद्यालयों में कार्यरत रसोइयों के मानदेय में किसी भी तरह की वृद्धि की बात अभी तक सामने नहीं आयी है। सभी राज्यों के सरकारी विद्यालयों में मध्यान्ह भोजन (मिड-डे-मील) बनाने के लिए महिला रसोइयां काम करती हैं जिनका वेतन हज़ार रुपये प्रति माह मात्र होता है।
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि यह बढ़ा हुआ मानदेय अगले माह (अक्टूबर) की पहली तरीक से लागू हो जायेगा और नवंबर माह से बढ़ी हुई तनख्वाह या मानदेय कार्यकत्रीयों के अकाउंट में प्रदान की जाएगी।
इसके अलावा जो भी महिला कार्यकर्ताएं तकनीकी का इस्तेमाल करेंगी उनको 250 से 500 रुपये अतिरिक्त प्रोत्साहन दिया जायेगा। मिर्ज़ापुर के चुनार की आंगनबाड़ी कार्यकत्री रूबी यादव बताती हैं, "हमने तो सुना था कम से कम दो-तीन हज़ार रुपये बढ़ेंगे लेकिन इतने वक़्त से काम करते हुए भी सिर्फ डेढ़ हज़ार रुपये बढे। इतने रुपयों में क्या होता है आजकल?"
वर्ष 2016 में आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं ने दिल्ली के जंतर-मंतर पर प्रदर्शन कर वेतनमान के 18,000 रुपये प्रति माह किये जाने की अपील की थी। लखनऊ में पिछले वर्षों प्रदर्शन के दौरान लाठीचार्ज के बाद प्रदेश भर के आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं ने तमाम मार्ग जाम कर दिए थे।
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प्रधानमंत्री ने बताया कि आशा कार्यकर्ताओं की राशि केंद्र सरकार के हिस्से की राशि से यह संशोधन किया गया है। प्रोत्साहन राशि को दोगुना करने के अलावा यह भी फैसला किया गया है कि उन्हें प्रधानमंत्री जीवन ज्योति बीमा और प्रधानमंत्री सुरक्षा बीमा योजना मुफ्त दी जाएंगी जिसके मुताबिक 2-2 लाख रूपए की इन दोनों बीमा योजना के तहत कोई प्रीमियम नहीं देना होगा और यह खर्च सरकार उठाएगी।