लखनऊ। चुनाव आयोग ने वाराणसी से समाजवादी पार्टी के उम्मीदवार तेज बहादुर यादव को नोटिस जारी किया है। बीएसएफ से बर्खास्त किए गए तेज बहादुर यादव को हाल ही में सपा ने टिकट दिया है। इससे पहले वो निर्दलीय उम्मीदवार के तौर पर चुनाव लड़ रहे थे।
चुनाव आयोग के जारी नोटिस के मुताबिक, 24 अप्रैल को तेज बहादुर ने निर्दल प्रत्याशी के रूप में नामांकन किया था। उस वक्त उन्होंने अपने शपथ पत्र में बताया था कि उन्हें भ्रष्टाचार के आरोप में नौकरी से बर्खास्त किया गया था। इसके बाद 29 अप्रैल को जब तेज बहादुर ने सपा के उम्मीदवार के तौर पर नामांकन किया तो उन्होंने भ्रष्टाचार के आरोप में नौकरी से बर्खास्त करने की बात नहीं लिखी।
चुनाव आयोग ने जब पर्चों की जांच की तो तेज बहादुर को नोटिस जारी कर दिया। उन्हें 1 मई तक जवाब देने का समय दिया है। अगर तेज बहादुर जवाब नहीं दे पाते तो उनका नामांकन रद्द भी हो सकता है।
इससे पहले वाराणसी से पीएम मोदी के खिलाफ चुनाव लड़ रहे बीएसएफ से बर्खास्त जवान तेज बहादुर यादव ने कहा था कि, लोगों को पहचानना चाहिए कि देश का असली चौकीदार कौन है। उन्होंने वाराणसी से अपनी जीत का भरोसा जताया है।
बीएसएफ (BSF) में रहते हुए तेज बहादुर यादव ने खराब खाने की शिकायत की थी, उन्होंने इसका वीडियो बनाया था जोकि उस वक्त खूब शेयर किया गया था। इसके बाद उन पर कार्रवाई की गई और उन्हें बर्खास्त कर दिया गया था।
बात करें, वाराणसी लोकसभा सीट की तो यहां से पीएम नरेंद्र मोदी चुनाव लड़ रहे हैं। बीते दिनों सपा-बसपा गठबंधन की ओर से शालिनी यादव को टिकट दिया गया था, जोकि अब कट गया है। अब गठबंधन से तेज बहादुर यादव को कैंडिडेट बनाया गया है। वहीं, कांग्रेस ने अजय राय को टिकट दिया है।
पिछले लोकसभा चुनाव में नरेंद्र मोदी को कुल 5,81,022 वोट मिले थें। इस सीट से उस चुनाव में अरविंद केजरीवाल भी चुनाव लड़े थे, जोकि 2,09,238 मत पाकर दूसरे स्थान पर थे। वहीं, कांग्रेस प्रत्याशी अजय राय को कुल 75,614 वोट मिले थे। 2014 में इस सीट पर बसपा चौथे और सपा पांचवे स्थान पर थी।