इंद्राणी मुखर्जी के खिलाफ एक और एफआईआर, जेल में भड़काया दंगा

Update: 2017-06-26 14:35 GMT
इंद्राणी मुखर्जी

नई दिल्ली। शीना बोरा हत्याकांड मामले में मुख्य आरोपी इंद्राणी मुखर्जी पर जेल में अन्य कैदियों के साथ मिलकर हिंसा भड़काने का आरोप लगा है। जेल प्रशासन ने इंद्राणी मुखर्जी समेत 200 महिलाओं के खिलाफ दंगा भड़काने और आपराधिक षड्यंत्र रचने का मामला दर्ज किया है।

शुरुआती जांच में पता चला कि इंद्राणी मुखर्जी ने महिला कैदियों को हिंसक प्रदर्शन के लिए उकसाया और उन्हें अपने बच्चों को ढाल बनाने की सलाह दी। बाइकुला जेल में महिलाओं को अपने साथ बच्चे रखने की इजाजत है।

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बाइकुला जेल एक महिला कैदी मंजुला शेटे की मौत के बाद बवाल हुआ था। शेटे की कथित तौर पर पुलिस पिटाई के बाद मौत हुई है। शेटे की मौत मामले में नागपाड़ा पुलिस ने महिला जेलर और पांच अन्य जेलकर्मियों के खिलाफ हत्या का मामला दर्ज किया है। पोस्टमार्टम रिपोर्ट के मुताबिक मंजुला शेटे के शरीर पर अंदरूनी चोट थे, जो मौत की वजह हो सकते हैं।

मुंबई पुलिस प्रवक्ता डॉ. रश्मि करंदीकर के मुताबिक रविवार को नागपाड़ा पुलिस ने बाइकुला जेल प्रकरण मामले में दो एफआईआर दर्ज की हैं। एक एफआईआर शेटे की हत्या के मामले में दर्ज की गई है। दूसरी एफआईआर 200 महिला कैदियों के खिलाफ दर्ज की गई है।

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इंद्राणी तथा उनके पूर्व पति खन्ना को अगस्त 2015 में उनके पूर्व ड्राइवर श्यामवर राय के साथ गिरफ्तार किया गया था, जबकि इंद्राणी के मौजूदा पति स्टार इंडिया के पूर्व मुख्य कार्यकारी अधिकारी (सीईओ) पीटर मुखर्जी को उसी साल नवंबर में गिरफ्तार किया गया था। मुंबई मेट्रो वन प्राइवेट लिमिटेड की पूर्व एक्जक्यूटिव 24 वर्षीया शीना की 24 अप्रैल, 2012 को हत्या कर दी गई थी। उसके शव को दूसरे दिन सुबह रायगढ़ जिले के गागोडे गांव के पास जंगल में जलाकर फेंक दिया गया था।


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