श्री श्री रविशंकर के खिलाफ एनजीटी में अवमानना याचिका दाखिल, आज होगी सुनवाई

Update: 2017-04-27 05:56 GMT
आर्ट आफ लिविंग के संस्थापक श्री श्री रविशंकर।

नई दिल्ली। पर्यावरण कार्यकर्ता मनोज मिश्रा ने आर्ट आफ लिविंग के संस्थापक श्री श्री रविशंकर के खिलाफ एनजीटी में अवमानना याचिका दायर की है। याचिका में कहा गया है कि श्री श्री का वक्तव्य एनजीटी के अस्तित्व पर सवाल खड़े कर रहा है। गुरुवार को ट्रिब्यूनल के मुखिया जस्टिस स्वतंत्र कुमार इसकी सुनवाई करेंगे।

बता दें कि आर्ट आफ लिविंग की वेबसाइट पर लिखा गया था कि यमुना किनारे सांस्कृतिक समारोह आयोजित करने की अनुमति केंद्र सरकार के साथ ट्रिब्यूनल ने ही दी थी। अगर उन्हें यमुना के उद्धार की इतनी ही चिंता थी तो अनुमति दी क्यों गई।

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इस पोस्ट पर एनजीटी प्रमुख जस्टिस स्वतंत्र कुमार ने हैरत जताई थी। बीस अप्रैल को हुई सुनवाई के दौरान यमुना के नुकसान के आकलन को बनाई कमेटी की रिपोर्ट ट्रिब्यूनल में रखी गई थी, जिसमें कहा गया है कि आर्ट आफ लिविंग की गैर जिम्मेदारी की वजह से यमुना को पहले की स्थिति में लाने के लिए 42.02 करोड़ रुपये खर्च करने पड़ेंगे।

उधर, आर्ट आफ लिविंग के हवाले से कहा गया कि जुर्माना वसूल करना है तो केंद्र से करो या फिर इसे एनजीटी खुद अदा करे। उन्होंने जांच पैनल के सदस्य सीआर बाबू पर सवाल खड़े करते हुए कहा कि आकलन पूरी तरह से गलत है।

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