लखनऊ। उत्तर प्रदेश के ललितपुर में जिलाधिकारी के सामने तब असमंजस की स्थिति पैदा हो गई जब ग्रामीण दो ट्रॉली ओले लेकर उनके पास पहुंच गए। ग्रामीणों की मांग थी कि जिलाधिकारी सर्वे कराकर तुरंत मुआवजा दिलाएं। देश के कई हिस्सों में बारिश, आंधी और ओले की वजह से फसलों को नुकसान पहुंचा है। इसी कड़ी में बुधवार को दिन में ललितपुर में भी ओले गिरे।
जानकारी के मुताबिक, ललितपुर में बुधवार को दिन में ओलावृष्टि हुई। इसकी वजह से जिले के जखौरा ब्लॉक में आने वाले ग्राम बसवा, करारी और पंचौरा में फसलें खराब हो गईं। यहां 100 ग्राम से लेकर 150 ग्राम तक के ओेले गिरे, जिससे खेतों में खड़ी गेहूं की फसल को नुकसान पहुंचा। वहीं, ओलों की वजह से खपरेल भी फूट गए।
ओलावृष्टि के थमने के बाद ग्रामीणों ने ट्रैक्टर ट्रॉली में ओले भरकर ललितपुर के घंटा घर चौराहे पर जाम लगा दिया। ग्रामीणों ने यहां कुछ देर प्रदर्शन करने के बाद जिलाधिकारी से मुलाकात की और ट्रॉली में भरे ओलों को दिखाया। ग्रामीणों ने जिलाधिकारी से मांग की है कि सर्वे कराकर तुरंत मुआवजा दिलाया जाए।
जावरा मंडी रतलाम मध्यप्रदेश
— Ram Inaniya (@InaniyaRam) April 16, 2019
16.04.2019
बेमौसम बारिश ने उजाड़े किसानों के आशियाने
मंडी फसल बेचने आये किसानों की फसल बारिश की वजह से खराब हो गई कुछ पानी मे बह गई
और अब व्यापारी क्वालिटी के नाम पर कोड़ियों के दाम खरीदेगा@_YogendraYadav @Devinder_Sharma #किसान pic.twitter.com/uLdJkU8hak
बारिश, ओले और आंधी की वजह से राजस्थान, गुजरात, मध्य प्रदेश, पंजाब और उत्तर प्रदेश में फसलों को नुकसान पहुंचा है। इसकी वजह से अबतक 35 लोगों की मौत की सूचना है, वहीं कई लोग घायल हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पीएम नेशनल रिलीफ फंड से घायलों को 50 हजार और मृतकों के परिवार को 2-2 लाख रुपए देने की घोषण की है। मौसम विभाग ने बताया कि बुधवार और गुरुवार को भी मौसम ऐसा ही रहने का अनुमान है।
भारतीय मौसम विभाग ने बताया है कि पाकिस्तान से आए पश्चिमी विक्षोभ और पिछले 3-4 दिनों से चल रही हीटवेव की वजह से मौसम में यह बदलाव आया है। इसकी वजह से तेज आंधी, गरज और बिजली तड़कने के साथ बारिश और ओले गिरे हैं।