अगले पांच दिन कैसा रहेगा मौसम, कहां होगी मूसलाधार बारिश, कहां आएगी आंधी

मानसून आने के साथ ही किसान खरीफ फसलों की बुवाई शुरू कर देते हैं, ऐसे में अगले कुछ दिनों में किसानों के लिए जानना जरूरी है कि उनके क्षेत्र में कब बारिश होगी।

Update: 2021-06-14 11:35 GMT

पिछले कुछ दिनों में देश कई राज्यों में मानसून पहुंच गया है, जबकि कई राज्यों में प्री मानसून की बारिश हो रही है। ऐसे में अगले पांच दिनों में कहां पर कैसा मौसम रहेगा और कहां पर होगी बारिश, मौसम विभाग ने एलर्ट जारी किया है।

मौसम विभाग के अनुसार 14 जून को मानसून गुजरात के सूरत, मध्य प्रदेश के भोपाल, नऊगोंग, यूपी के बाराबंकी, हमीरपुर, बरेली, सहारनपुर और पंजाब के अमृतसर और अंबाला में मानसून पहुंच गया है।

मौसम विज्ञान विभाग, पुणे के एग्रोमेट निदेशक डॉ. एन चट्टोपाध्याय बताते हैं, "यूपी और दूसरे कई राज्यों में मानसून दो तरफ से आता है, एक तो जो मुंबई होकर आता है और दूसरा जो वेस्ट बंगाल और ओडिशा होकर जाता है। ये दोनों यूपी में मिलते हैं और आगे कश्मीर तक जाते हैं। अभी 11 से 12 जून के बीच में पश्चिम बंगाल में मानसून दाखिल हुआ है। 20 जून तक नार्मली यूपी और गुजरात होकर मानसून जाता है। आज यूपी में मानसून आ रहा है, जोकि मध्य प्रदेश से होकर जा रहा है। खासकर के पूर्वी उत्तर प्रदेश में मानसून प्रवेश कर रहा है।"


वो आगे कहते हैं, "मानसून आ जाने के बाद अब किसान खेत में फसलों की रोपाई और बुवाई कर सकते हैं।

मौसम विभाग के अनुसार इस बार समय से पहले पहुंचे मानसून की वजह से पूरे मानसून तक औसत से अधिक बारिश हो सकती है। मानसून ओडिशा के कुछ हिस्सों, पश्चिम बंगाल के अधिकांश हिस्सों और झारखंड और बिहार के कुछ हिस्सों में आगे बढ़ गया है।

मध्य प्रदेश के कुछ हिस्सों, छत्तीसगढ़ के शेष हिस्सों, ओडिशा, पश्चिम बंगाल, झारखंड और बिहार में मानसून के आगे बढ़ने के लिए स्थितियां अब अनुकूल होती जा रही हैं और आज दोपहर या शाम तक पूर्वी उत्तर प्रदेश के कुछ हिस्से में भी मानसून पहुंच सकता है।

कम दबाव का क्षेत्र ओडिशा के ऊपर है, इसके और अधिक सशक्त होने की उम्मीद है और पश्चिम उत्तर-पश्चिम दिशा में झारखंड और उत्तरी छत्तीसगढ़ की ओर बढ़ सकता है।


पंजाब से लेकर दक्षिण हरियाणा, उत्तर प्रदेश, पूर्वोत्तर मध्य प्रदेश, उत्तरी छत्तीसगढ़ और झारखंड में ओडिशा पर निम्न दबाव का क्षेत्र बना हुआ है।

एक ट्रफ रेखा ओडिशा के ऊपर चक्रवाती हवाओं के क्षेत्र से दक्षिण छत्तीसगढ़, विदर्भ, उत्तरी मध्य महाराष्ट्र और दक्षिण गुजरात होते हुए पश्चिम मध्य अरब सागर तक समुद्र तल से 3.1 से 5.8 किलोमीटर के बीच फैली हुई है।

अगले पांच दिनों में कर्नाटक के तटीय क्षेत्रों में भारी बारिश हो सकती है। इसके साथ ही गोवा और कोंकण में भी भारी बारिश हो सकती है। इसके साथ ही पूर्वी उत्तर प्रदेश के कई जिलों में आने वाले पांच दिनों में तेज बारिश हो सकती है। 


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