कश्मीर को मेरी जरूरत: चेतन चीता

Update: 2017-05-03 11:48 GMT
सीआरपीएफ कमांडेंट चेतन चीता।

नई दिल्ली। आतंकियों के साथ मुठभेड़ में दुश्मनों की 9 गोलियां सीने पर खाने के बाद जिंदगी की जंग जीतने वाले सीआरपीएफ कमांडेंट चेतन चीता इन दिनों कश्मीर के हालातों से चिंतित है। चेतन का कहना है, "इस वक्त उन्हें वहां होना चाहिए था, कश्मीर को उनकी जरूरत है, वो कश्मीर को मिस कर रहे हैं।"

चेतन चीता ने इच्छा जताई कि वे कोबरा टीम का हिस्सा बनना चाहते हैं। उन्होंने कहा, “इतनी गोलियां खाने के बाद भी मैं यहां आपके सामने बैठा हूं, पर अभी भी लगता है कि मेरा कोई काम अधूरा है। ये इसलिए कि मैं कुछ खास हूं।”

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गौरतलब है कि 14 फरवरी को बांदीपुरा में आतंकियों के सथ मुठभेड़ में चीता घायल हो गए थे। इस मुठभेड़ में 3 जवानों की मौत हो गई थी। इसके बाद आतंकियों की खबर के बाद सुरक्षा बलों ने सर्च ऑपरेशन चलाया था, लेकिन इसकी जानकारी आतंकियों को पहले से ही मिल गई थी। चेतन इस ऑपरेशन का नेतृत्व कर रहे थे। इस दौरान उन्हें आतंकियों ने उनपर 30 गोलियों चला डाली, जिसमें से 9 गोलियां उन्हें लग गई।

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