कई राज्यों में बारिश का कहर, यूपी में अगले दो दिन सक्रिय रहेगा मानूसन

उत्तर प्रदेश में फिर से सक्रिय हुए दक्षिण-पश्चिमी मानसून के कारण शनिवार को प्रदेश के कई जिलों में तेज बारिश हुई। पूरे देश में बारिश से अब तक करीब 800 लोगों की मौत हो चुकी है।

Update: 2018-08-11 13:56 GMT

लखनऊ (भाषा)। पच्चीस जुलाई के बाद शुरु हुआ बारिश का सिलसिला 3-4 दिन के अवरोध के बाद फिल चल पड़ा है। उत्तर प्रदेश में फिर से सक्रिय हुए दक्षिण-पश्चिमी मानसून के कारण शनिवार को प्रदेश के कई जिलों में तेज बारिश हुई। पूरे देश में बारिश से अब तक करीब 800 लोगों की मौत हो चुकी है।

आंचलिक मौसम केन्द्र की रिपोर्ट के अनुसार बरसात का यह सिलसिला कुछ दिन और जारी रह सकता है। शुक्रवार को सक्रिय हुए मानसून के चलते सबसे ज्यादा बारिश भिनगा और बहराइच में 12-12 सेंटीमीटर वर्षा दर्ज की गयी। इसके साथ ही बाराबंकी, लखनऊ, बरेली,सीतापुर, पीलीभीत, मुरादाबाद समेत कई जगह बारिश हुई। लखनऊ में शनिवार तड़के बारिश हुई बारिश का सिलसिला देर शाम तक जारी रहा। मौसम विभाग के अनुसार अगले 24 घंटों के दौरान भी राज्य के ज्यादातर इलाकों में बारिश होने का अनुमान है। यह सिलसिला अगली 24 अगस्त तक जारी रहने की सम्भावना है।



 

घाघरा, शारदा और सई समेत कई नदियां खतरे के निशान के पार

इस बीच, केन्द्रीय जल आयोग की रिपोर्ट के मुताबिक यूपी में घाघरा, शारदा और सई समेत विभिन्न नदियां जगह-जगह उफान पर हैं। घाघरा एल्गिनब्रिज (बाराबंकी), अयोध्या तथा तुर्तीपार (बलिया) में खतरे के निशान से ऊपर बह रही हैं। शारदा नदी का जलस्तर पलियाकलां में लाल निशान के पार बना हुआ है।

गंगा नदी का जलस्तर नरौरा (बुलंदशहर), फतेहगढ़, गुमटिया (कन्नौज), कानपुर तथा अंकिनघाट (कानपुर देहात) में रामगंगा नदी का जलस्तर डाबरी (शाहजहांपुर) में, यमुना का जलस्तर प्रयागघाट (मथुरा) में, राप्ती नदी का जलस्तर बलरामपुर और बांसी (सिद्धार्थनगर), सई नदी का जलस्तर रायबरेली में, शारदा नदी का जलस्तर शारदानगर में तथा क्वानो नदी का जलस्तर चंद्रदीपघाट (गोण्डा) में खतरे के निशान के पास पहुंच गया है।

केरल और असम में सबसे ज्यादा नुकसान

बारिश के चलते देश में सबसे ज्यादा तबाही केरल और असम में हुई है।

केरल के आधे से ज्यादा हिस्से में भीषण बाढ़ के कारण बांध, जलाशय और नदियां लबालब भरी हुई हैं। कई जगहों पर राजमार्ग ध्वस्त हो चुके हैं। हजारों घर पानी में बह गए हैं। यहां करीब 54,000 लोग बेघर हो गये हैं। कम से कम 30 लोगों की मौत हुई है।

वहीं पूरे देश की बात की जाए तो गृह मंत्रालय के शुक्रवार तक जारी आंकड़ों के अनुसार पूरे देश में 718 लोगों की मौत की पुष्टि हो चुकी है। राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया केंद्र (एनईआरसी) के अनुसार उत्तर प्रदेश में 171, पश्चिम बंगाल में 170, केरल में 178 और महाराष्ट्र में अब तक 139 लोगों की मौत हुई है। असम में 11.45 लाख लोग बारिश और बाढ़ की वजह से प्रभावित हुए हैं। वहीं, 27,552 हेक्टेयर खेतों में लगी फसलों पर भी इसका असर पड़ा है। 

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