नई दिल्ली (भाषा)। जीएसटी परिषद ने जिन कर दरों को मंजूरी दी है उससे उद्योग को फायदा होगा। विशेषज्ञों का कहना है कि इन कर दरों से उपभोक्ता उत्पादों के दामों में गिरावट आएगी।
वित्त मंत्री अरुण जेटली की अध्यक्षता वाली जीएसटी परिषद ने आज ज्यादातर वस्तुओं के लिए एक अप्रैल से लागू होने वाली नई जीएसटी व्यवस्था के लिए कर दरों को अंतिम रूप दे दिया।
पीडब्ल्यूसी के कर विशेषज्ञ प्रतीक जैन ने कहा कि कई उपभोक्ता सामान मसलन साबुन, टूथपेस्ट और केश तेल 18 प्रतिशत कर स्लैब में है, इससे इन उत्पादों के दाम घटेंगे। इसके अलावा कई खाद्य वस्तुओं मसलन खाद्य तेल, चाय, कॉफी और चीनी को पांच प्रतिशत कर के दायरे में रखा गया है इससे भी उद्योग खुश होगा।
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बीएमआर एसोसिएट्स एलएलपी के राजीव डिमरी ने कहा कि कुल मिलाकर कल की घोषणाएं सकारात्मक हैं, इससे पता चलता है कि दरों को मुद्रास्फीति के प्रभाव को तार्किक करने की मंशा के साथ तय किया गया है। टैक्समैन.काम के वी एस दाते ने कहा कि कर दरें उम्मीदों के अनुरूप रखी गई हैं।