संसद के केंद्रीय कक्ष में 23 जुलाई को शाम साढ़े पांच बजे दी जाएगी राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी को विदाई 

Update: 2017-07-16 15:56 GMT
राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी।

नई दिल्ली (भाषा)। संसद के केंद्रीय कक्ष में दोनों सदनों के सांसद 23 जुलाई को राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी को भावभीनी विदाई देंगे। इसके बाद 25 जुलाई को देश के मुख्य न्यायाधीश नए राष्ट्रपति को शपथ दिलाएंगे। लोकसभा सचिवालय की ओर से महासचिव अनूप मिश्रा के हवाले से जारी प्रपत्र के अनुसार, 23 जुलाई को शाम साढ़े पांच बजे संसद के केंद्रीय कक्ष में राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी को विदाई दी जाएगी। परंपरा के अनुसार, लोकसभा अध्यक्ष सुमित्रा महाजन राष्ट्रपति मुखर्जी के लिए एक विदाई भाषण देंगी।

इस समारोह में सरकार के तमाम आला अधिकारी और दोनों सदनों के सांसद मौजूद रहेंगे। प्रणब मुखर्जी को एक स्मृति चिन्ह और एक सिग्नेचर बुक भी दिया जाएगा, जिस पर सभी सांसदों के हस्ताक्षर होंगे। विदाई समारोह के बाद राष्ट्रपति मुखर्जी अपने सम्मान में आयोजित एक चाय समारोह में शिरकत करेंगे।

सिग्नेचर बुक 17 जुलाई से ही संसद के केंद्रीय कक्ष में रख दिया जाएगा और यह 20 जुलाई तक रखा रहेगा, जहां सांसद जाकर इस पर हस्ताक्षर करेंगे।

गौरतलब है कि राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी ने 25 जुलाई, 2012 को भारत के 13वें राष्ट्रपति के रुप में पदभार ग्रहण किया। इससे पहले सरकार में रहकर मुखर्जी विदेश, रक्षा, वाणिज्य और वित्त मंत्रालय जैसे अहम महकमे संभाल चुके हैं। उन्हें 1969 से पांच बार संसद के उच्च सदन (राज्य सभा) के लिए और 2004 से दो बार संसद के निचले सदन (लोक सभा) के लिए चुना गया।

नए राष्ट्रपति के लिए 17 जुलाई को सुबह 10 बजे से वोटिंग का सिलसिला शुरू होगा। संसद भवन से लेकर देश की तमाम विधानसभाओं में वोटिंग शाम पांच बजे तक चलेगी। मतगणना का दौर 20 जुलाई को सुबह दस बजे संसद के कमरा नंबर 62 में शुरू होगा। विधानसभाओं में भी वोटों की गिनती जारी रहेगी।

राष्ट्रपति पद के लिए सत्तारुढ़ राजग ने बिहार के पूर्व राज्यपाल रामनाथ कोविंद को उम्मीदवार बनाया है जबकि विपक्ष की ओर से पूर्व लोकसभा अध्यक्ष मीरा कुमार प्रत्याशी है।

देश से जुड़ी सभी बड़ी खबरों के लिए यहां क्लिक करके इंस्टॉल करें गाँव कनेक्शन एप

Similar News