अपने पीएचडी छात्रों को शिक्षक नहीं बनाएगी आईआईटी-रुड़की, दुनिया के दूसरे सर्वश्रेष्ठ शिक्षकों को देगी नौकरी

Update: 2017-03-26 15:47 GMT
भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (आईआईटी)-रुड़की ।

नई दिल्ली (भाषा)। भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (आईआईटी)-रुड़की पीएचडी कर कर रहे छात्रों का पाठ्यक्रम पूरा होने के बाद उनको अपने यहां बतौर शिक्षक नहीं रखेगा।

आईआईटी-रुडकी के निदेशक अजीत कुमार चतुर्वेदी ने कहा, ‘‘हम अपने खुद के पीएचडी छात्रों को बतौर शिक्षक रखने को तैयार नहीं हैं और हम देश एवं दुनिया के सर्वश्रेष्ठ शिक्षकों को रखना पसंद करेंगे। अपने खुद के छात्रों को शिक्षक बनाना अपने ही परिवार में शादी करने जैसा है।''

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उन्होंने कहा, ‘‘यह बहुत ही प्रतिगामी चलन है क्योंकि यहीं पढ़ाई करने वाले व्यक्ति को नए विचार नहीं आएंगे और इसकी वजह है कि उसका दायरा नहीं बढ़ा है, इस तरह के व्यक्ति को सहयोग करने के लिए वरिष्ठ साथी और शिक्षक होंगे, जिस वजह से उसके भीतर अपनी खुद की विशेषज्ञता विकसित नहीं हो पाएगी।''

बहरहाल, यह प्रतिष्ठित संस्थान अपने यहां से पढ़ाई करने वाले बीटेक छात्रों को पीएचडी के लिए आमंत्रित कर रहा है। चतुर्वेदी ने कहा, ‘‘आईआईटी में विदेशी शिक्षक भी हैं, लेकिन सरकारी नियमों की वजहों से उनकी संख्या कम है।''

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