एक जिला, एक उत्पाद समिट का शुभारंभ, हर साल पांच लाख युवाओं को अपने ही जिले में मिलेगा रोजगार
इस योजना से पांच साल में 25 लाख लोगों को मिलेगा रोजगार। एमेजॉन, विप्रो और जनरल इलेक्ट्रिक जैसी कंपनियां करेंगी शिल्पकारों और छोटे व्यवसायियों की ट्रेनिंग, ब्रॉन्डिंग और मार्केटिंग में मदद।
राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने शुक्रवार को लखनऊ में "एक जिला एक उत्पाद" समिट का शुभारंभ किया। इस मौके पर उन्होंने 75 जिलों के पारंपरिक उद्योगों के उत्पादों की प्रदर्शनी देखी साथ ही इनसे जुड़े 4085 शिल्पकारों को 1006 करोड़ रुपए का लोन दिया। कार्यक्रम में चिकनकारी के लिए लखनऊ के मोहित वर्मा को 10 लाख रुपए का लोन मिला। "एक जिला एक उत्पाद" या वन डिस्ट्रिक्ट वन प्रॉडक्ट (ओडीओपी) नामकी इस महत्वाकांक्षी योजना का मकसद देश-विदेश में उत्तर प्रदेश के पारंपरिक सूक्ष्म, लघु और मझोले उद्योगों का प्रचार-प्रसार करना है। समिट की टैगलाइन है 'नई उड़ान, नई पहचान'।
प्रदेश भर से आए शिल्पकारों को संबोधित करते हुए राष्ट्रपति ने उम्मीद जताई कि इस योजना से यूपी के हर जिले में शिल्पकारों की आर्थिक प्रगति होगी। इसके अलावा स्थानीय हुनर व कलाओं का विकास होगा और लोगों की उत्पादों तक पहुंच बढ़ेगी। राष्ट्रपति कोविंद ने कहा, "हमें कुछ विकसित देशों से यह सीखना है कि कैसे हाथ से बनी चीजों को आधुनिक ब्रांडिंगऔर मार्केटिंग के जरिए विदेशी मुद्रा कमाने, रोजगार बढ़ाने और देश की छवि को निखारने के लिए इस्तेमाल किया जा सकता है।" पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी का जिक्र करते हुए राष्ट्रपति बोले, "जिलों के उत्पादों की प्रदर्शनी देखते समय मुझे पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजेपयी की याद आई। वो कहा करते थे कि उत्तर प्रदेश ही उत्तम प्रदेश है। यूपी प्रतिभा वाला राज्य है। मुझे बताया गया है कि इस योजना से पांच साल में 25 लाख रोजगार पैदा होंगे।" राष्ट्रपति ने देश के कुछ बड़े महानगरों में उत्पादों की प्रदर्शनी लगाने और इलाहाबाद में 2019 में होनेवाले कुंभ में हर जिले के उत्पादों की प्रदर्शनी लगाने के सुझाव दिए। उन्होंने कहा, "देश में कुल हस्त-शिल्प निर्यात में उत्तर प्रदेश का योगदान 44 प्रतिशत है। उत्तर प्रदेश के विकास में भी इनकी महत्वपूर्ण भूमिका है।"
#PresidentKovind inaugurates 'One District One Product' Summit in Lucknow; expresses confidence that the scheme will enhance skills of local people and will result in economic progress of artisans of Uttar Pradesh. Calls MSME the backbone of our economy pic.twitter.com/Zl1LWylnIG
— President of India (@rashtrapatibhvn) August 10, 2018
वहीं, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अपने संबोधन में कहा, "आज जापान और थाईलैंड से ज्यादा संभावनाएं यूपी में हैं। हमने सिर्फ पांच महीने में ही इन्वेस्टर्स समिट को जमीन पर उतारा है। प्रदेश में निवेश का माहौल बना है। निवेशक लगातार आ रहे हैं। एक जिला एक उत्पाद से प्रदेश की तस्वीर बदल जाएगी। इससे हर साल पांच लाख युवाओं को अपने जिले में अपने गांव में रोजगार मिलेगा। अब हर गांव में कोई न कोई काम शुरू होगा। प्रदेश सरकार हर संभव तरीके से प्रदेश में उद्योगों को बढ़ावा दे रही है। यूपी सरकार ने स्टार्टअप के लिए 250 करोड़ रुपए का बंदोबस्त किया है।"
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कार्यक्रम में बोलते हुए राज्यपाल रामनाइक ने कहा, "ओडीओपी से प्रदेश में खेती के साथ ही ग्रामीण उद्योगों को भी बढ़ावा मिलेगा। इससे प्रदेश से युवाओं का पलायन रुकेगा। यूपी पूरे देश के लिए एक मॉडल बनेगा।"
इस आयोजन में यूपी सरकार टॉप कंपनियों जैसे ई रिटेलर एमेजॉन, विप्रो और जनरल इलेक्ट्रिक के अलावा नेशनल स्टॉक एक्सचेंज और बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज के साथ एमओयू भी साइन करने वाली है। इन कंपनियों से सूक्षम, छोटे व मझोले उद्योगों समेत कुटीर उद्योगों को ट्रेनिंग, ब्रॉन्डिंग, मार्केटिंग और दूसरी संस्थागत सहायता मिलेगी।