राजस्थान: गहलोत मंत्रिमंडल में शपथ लेने वाले 23 मंत्रियों के बारे में जानिए

Update: 2018-12-24 11:15 GMT
शपथ ग्रहण समारोह में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत, राज्यपाल कल्याण सिंह और उप मुख्यमंत्री सचिन पाययलट
  • 13 कैबिनेट और 10 राज्यमंत्रियों ने ली शपथ
  • 34 साल के चांदना सबसे युवा तो 75 साल के धारीवाल सबसे उम्रदराज मंत्री

लखनऊ। राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के कैबिनेट का गठन सोमवार को हो गया। 18 विधायकों ने जहां पहली बार मंत्री पद की शपथ ली तो वहीं कैबिनेट के गठन में साथी दलों का भी विशेष ध्यान रखा गया है।

इससे पहले अशोक गहलोत नई दिल्ली गये थे जहां पार्टी के अध्यक्ष राहुल गांधी के साथ मंत्रियों के नामों पर मुहर लगी। सभी जातियों को ध्यान में रखकर मंत्री बनाये गये हैं। 23 मंत्रियों में 10 राज्य मंत्री जबकि 13 कैबिनेट मंत्री बनाये गये हैं।

मंत्रियों की पूरी लिस्ट यहां देखें

कैबिनेट मंत्री

बीडी कल्ला

बुलाकीदास कल्ला उर्फ बीडी कल्ला ने सबसे पहले शपथ ली

शांतिकुमार धारीवाल

शांति कुमार कोटा दक्षिण से चुनाव जीतकर मंत्री बने हैं और सबसे उम्रदराज (75 वर्ष) हैं।

परसादीलाल मीणा

परसादीलाल मीणा लालसोट विधानसभा से चुनाव जीते हैं और उन्हें मीणा समुदाय का बड़ा नेता माना जाता है।

भंवरलाल मेघवाल

एससर समुदाय के भंवरलाल सुजानगढ़ सीट से चुनाव जीते हैं, सचिन पायलट के करीबी कहे जाते हैं।

लालचंद कटारिया

जयपुर की झोटवाड़ा सीट के विधायक हैं लालचंद। मनमोहन सिंह के सरकार में केंद्रीय मंत्री भी थे।

डॉ रघु शर्मा

डॉ रघु शर्मा केकड़ी विधानसभा सीट से जीते हैं। कांग्रेस के कैंपेन समिति के अध्यक्ष भी हैं।

प्रमोद जैन भाया

राजस्थान में जब पिछली बार कांग्रेस की सरकार थी तब प्रमोद जैन को बीच में ही मंत्री पद छीन लिया गया था। इस बार अंता सीट से चुनाव जीते और फिर से मंत्री बने हैं।

विश्वेंद्र सिंह

पूर्वी राजस्थान के बड़ जाट नेताओं में विश्वेंद्र सिंह का भी नाम आता है। इस बार डीग सीट से विधायक विश्वेंद्र सिंह तीन बार सांसद भी रह चुके हैं।

हरीश चौधरी

कांग्रेस पार्टी के राष्ट्रीय सचिव हरीश चौधरी पश्चिमी राजस्थन के बड़े जाट नेताओं में शुमार हैं। बाड़मेर सीट से सांसद रहे हरीश इस समय बायतु सीट से विधायक हैं।


रमेश चंद्र मीणा

पहली बार कांग्रेस के टिकट पर चुनाव जीते रमेश चंद्र मीणा 2008 में बसपा से जीतकर भी विधानसभी पहुंचे थे। इस बार सपोटरा सीट से विधायक हैं।

जयलाल आंजना

अन्य पिछड़ा वर्ग के बड़े नेताओं में शुमार जयलाल आंजना निंबाहेड़ा सीट से विधायक हैं।

प्रताप सिंह खाचरियावास

सचिन पायलट के करीबी कहे जाने वाले प्रताप सिंह सिविल लाइन सीट से विधायक चुने गये हैं।

सालेह मोहम्मद

गहलोत कैबिनेट में इकलौते विधायक मुस्लिम मंत्री सालेह मोहम्मद पोकरण सीट से विधायक हैं।

राज्यमंत्री और स्वतंत्र प्रभार

गोविंद सिंह

डोटासर सीट से विधायक चुने गये गोविंद सिंह लगातार तीसरी बार चुने जीता है।

ममता भुपेश

अशोक गहलोत कैबिनेट की एक मात्र महिला मंत्री ममता भुपेश दूसरी बार विधायक निर्वाचित हुई हैं।

अर्जेन बामणिया

कांग्रेस के संगठन में रह चुके अर्जुन बामणिया ने तीसरी बार जीत दर्ज की है। वे बांसवाड़ा सीट से चुनाव जीतते रहे हैं।

भंवरसिंह भाटी

बड़े जाट नेता देवी सिंह भाटी की बहू को हराने वाले भंवर सिंह कोलायत सीट से विधायक चुने गये हैं।

सुखराम विश्नोई

लगातार दूसरी बार सुनाव जीते सुखराम विश्नोई सांचौर विधानसभा क्षेत्र के विधायक हैं।

अशोक चांदना

यूथ कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष 34 वर्षीय चांदणा लगातार दूसरी बार विधानसभा चुनाव जीते हैं। चांदणा आशेक गहलोत कैबिनेट का सबसे युवा चेहरा हैं।

टीकाराम जूली

अलवर ग्रामीण सीट से विधायक टीकाराम जूली को जीतेंद्र सिंह करीबी हैं।

राजेंद्र सिंह यादव

कोटपूतली सीट से जीते राजेंद्र यादव दूसरी बाद विधायक बने हैं।

सुभाष गर्ग

राष्ट्रीय लोक दल के विधायक सुभाष ने भरतपुर से जीत दर्ज की है। आरएलडी ने कांग्रेस के साथ मिलकर चुनाव लड़ा था और सहयोगी दल से एक मात्र मंत्री बने हैं।

भजनलाल जाटव

भरतपुर से चुनाव जीते भजनलाल को भी मंत्रीमंडल में शामिल किया गया है। इस बहाने कांग्रेस की नजर जाटव वोटों पर भी है।

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