पढ़िए क्यों हर वर्ष 26 जनवरी को मनाया जाता है गणतंत्र दिवस

Update: 2019-01-26 14:17 GMT

लखनऊ। हर वर्ष 26 जनवरी को गणतंत्र दिवस (Republic Day) के रूप में मनाया जाता है। भारत 15 अगस्त 1947 को कई वर्षों के बाद स्वतंत्र हुआ था उस दिन को स्वतंत्रता दिवस के रूप में मनाया जाता है। 26 जनवरी, 1950 को संविधान लागू हुआ था, तब हर वर्ष आज का दिन स्वतंत्रता दिवस के रूप में मनाया जाता है।


आइए गणतंत्र दिवस के बारे में और जानते हैं...

26 जनवरी 1950 को सुबह 10.18 मिनट पर भारत का संविधान लागू किया गया।

गणतंत्र दिवस की पहली परेड 1955 को दिल्ली के राजपथ पर हुई थी, तभी से हर वर्ष ये सिलसिला जारी है।

पूर्ण स्वराज दिवस (26 जनवरी 1930) को ध्यान में रखते हुए भारतीय संविधान 26 जनवरी को लागू किया गया था।

भारतीय संविधान की हाथ से लिखी मूल प्रतियां संसद भवन के पुस्तकालय में सुरक्षित रखी हुई हैं, भारतीय संविधान की हाथ से लिखी मूल प्रतियां संसद भवन के पुस्तकालय में सुरक्षित रखी हुई हैं।

भारत के पहले राष्ट्रपति डॉ. राजेंद्र प्रसाद ने गवर्नमेंट हाऊस में 26 जनवरी 1950 को शपथ ली थी।


गणतंत्र दिवस के अवसर पर राष्ट्रपति तिरंगा फहराते हैं और हर साल 21 तोपों की सलामी दी जाती है।

29 जनवरी को विजय चौक पर बीटिंग रिट्रीट सेरेमनी का आयोजन किया जाता है, जिसमें भारतीय सेना, वायुसेना और नौसेना के बैंड हिस्सा लेते हैं। यह दिन गणतंत्र दिवस के समारोह के समापन के रूप में मनाया जाता।

गणतंत्र दिवस के मौके पर प्रधानमंत्री अमर ज्योति पर शहीदों को श्रद्धाजंलि देते हैं, जिन्होंने देश के आजादी में बलिदान दिया।

ये दूसरा साल होगा जब भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद (आईसीएआर) अपनी झांकी निकाल रहा है।

परेड में विभिन्न राज्यों की प्रदर्शनी भी होती हैं, प्रदर्शनी में हर राज्य के लोगों की विशेषता, उनके लोक गीत व कला का दृश्यचित्र प्रस्तुत किया जाता है। हर प्रदर्शिनी भारत की विविधता व सांस्कृतिक समृद्धि प्रदर्शित करती है।

Similar News