"मैं 15 साल की भी नहीं थी, मां ने साड़ी पहनाकर लड़के वालों के सामने बैठा दिया"

Update: 2018-11-15 05:13 GMT
काले दुपट्टे में शांति, जिसका बाल विवाह होने से बच गया।

सोनभद्र (उत्तर प्रदेश)। "मैं एक दिन स्कूल से घर आई तो देखा कि घर में कई लोग बैठे हुए हैं। मां मुझे जल्दी पकड़कर कमरे में ले गईं और साड़ी पहना कर तैयार करने लगीं। मैंने मां से पूछा तो चिल्ला कर चुप करा दिया," इतना बोलकर शांती थोड़ा उदास हो गई।

थोड़ी देर बाद शांति (16 वर्ष) ने आगे बताया, "मुझे साड़ी पहना कर तैयार करने के बाद कहा कि जो लोग बाहर बैठे हैं, उनके सामने जाना है और ज्याद कुछ बोलना नहीं है। मैं समझ गई कि बाहर जो लोग बैठें हैं वो मुझे मेरी शादी के लिए देखने आए हैं। मैंने मां को अभी शादी नहीं करने के लिए मना किया फिर भी वो मुझे जबरजस्ती आंखे दिखाते हुए मेरा हाथ पकड़कर घर पर आए हुए लोगों के सामने बैठा दिया।"

उत्तर प्रदेश की राजधानी से लगभग 450 किमी उत्तर पूर्व में स्थति सोनभद्र जिले के घोरावल ब्लॉक की ढुटेर गाँव में रहने वाली शांति कक्षा 9 की छात्रा है। उसने बताया, "एक वर्ष पहले मेरे घरवालों ने मेरी मर्जी के बगैर शादी तय कर दी थी। मेरे लाख मना करने के बावजूद भी शादी की तारीख भी निकाली गई। स्कूल तक छुड़वा दिया गया था। घर से बाहर नहीं निकलने दिया जा रहा था। उसके बाद स्कूल में मेरी साथ पढ़ने वाली सहेलियां एक दिन मेरे घर आईं। मैंने उनको मेरी शादी की बात बताई। तो उन्होंने स्कूल में मीना मंच के मेरे सहपाठियों को स्कूल जाकर मेरी शादी की बात बताई।"

तो पुलिस पकड़ कर ले जाएगी

"इसके बाद मेरे साथियों ने मेरा विवाह रोकने के लिए घर आना शुरू कर दिया और मेरे घरवालों को मेरी अभी शादी नहीं कराने पर जोर देने लगे। उन्होंने मेरे घर में मेरी मां को ये भी बताया कि अभी मेरी शादी लायक उम्र नहीं हुई है। अगर इसकी शिकायत कर दी जाएगी तो मेरे घरवालों को पुलिस पकड़ कर ले जाएगी," शांति ने बताया, "इसके बाद घरवालों ने मेरी शादी रोकने का फैसला किया।"

शांति आज मीना मंच की सक्रिय सदस्य है, और उसे कहीं भी बाल विवाह होने की खबर मिलती है तो अपने दोस्तों के साथ रोकने पहुंच जाती है।

"मेरी भी शादी 14 साल की उम्र में हो गई थी"

इस बारे में शांती की मां तेजबती देवी ने बताया, "मेरी शादी 14 साल की उम्र में हो गई थी, इसलिए उसकी भी शादी करने की सोची। जब बिटिया के स्कूल के बच्चे रोज आने लगे और बिटिया की शादी अभी करने को मना करने लगे कहने लगे कि अभी शांती की उमर शादी लायक नहीं है। फिर बोले अगर शादी करोगी तो पुलिस पकड़ कर ले जाएगी तो हमने लड़के वालों से बात की और शादी के लिए अभी रुकने को कहा। अब बिटिया की शादी पूरे 18 साल पूरे होने पर ही करेंगे।"

शांति और उनके साथी जब कोई बच्चा स्कूल नहीं आता है तो उसके घरवालों से बात करके उसको रोज स्कूल पढ़ने के लिए लाते हैं। देश के कई इलाकों में आज भी बाल विवाह प्रचलित है, खासकर लड़कियों की शादी कम उम्र में ही कर दी जाती है।

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