अमरनाथ यात्रा पर कोई खतरा नहीं : गिलानी

Update: 2017-06-19 18:26 GMT
सैयद अली शाह गिलानी

श्रीनगर (भाषा)। हुर्रियत कांफ्रेंस के कट्टरपंथी धड़े के प्रमुख सैयद अली शाह गिलानी ने कहा कि इस महीने के आखिर में शुरु होने वाली वार्षिकी अमरनाथ यात्रा पर कोई खतरा नहीं है और श्रद्धालु हमारे प्यारे मेहमान हैं जिनकी सालों पुरानी परंपराओं के अनुरुप अगवानी की जाएगी।

उन्होंने कल देर रात यहां जारी किए गए एक बयान में कहा, "आगामी यात्रा पर आतंकी खतरे की बात सरासर झूठ है जिसका मकसद (कश्मीर की) आजादी के आंदोलन को बदनाम करना है। कश्मीरी किसी भी धर्म या उसे मानने वाले लोगों के खिलाफ नहीं है। हालांकि वे अपने मौलिक अधिकारों के लिए एक जायज संघर्ष कर रहे हैं।"

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गिलानी ने कहा कि कश्मीर के लोग श्रद्धालुओं को सर्वश्रेष्ठ आतिथ्य मुहैया कराने की सालों पुरानी परंपरा को बरकरार रखते हुए हमेशा से, खासकर अमरनाथ यात्रियों के प्रति मैत्रीपूर्ण एवं उदार रहे हैं।"

उन्होंने कहा, "यात्रा दशकों से चली आ रही है और यहां के लोग श्रद्धालुओं के साथ हमेशा से आतिथ्य भाव से पेश आए हैं। वे हमेशा से आतिथ्यभाव से भरे, सभ्य रहे हैं और श्रद्धालुओं का अपने मेहमानों की तरह स्वागत किया है।" अलगाववादी नेता ने श्रद्धालुओं को आश्वस्त किया कि उन पर कोई खतरा नहीं है और आरोप लगाया कि खतरे की खबरें "भारतीय मीडिया का प्रतिकूल दुष्प्रचार है।"

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उन्होंने 2008, 2010 और 2016 में घाटी में व्याप्त स्थिति की तरफ संकेत करते हुए कहा कि उन परिस्थतियों में भी रोकटोक के बावजूद लोगों ने श्रद्धालुओं का बांहें खोलकर स्वागत किया और उन्हें आश्रय एवं भोजन उपलब्ध कराए।

गिलानी ने कहा, "यह हमारी सालों पुरानी परंपरा है और भविष्य में भी हम इसी भावना का पालन करेंगे तथा अपने प्यारे मेहमानों के तौर पर यात्रियों का स्वागत करेंगे। यात्रा 29 जून से शुरु होगी।

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