लखनऊ। पिछले दिनों 24 अप्रैल को न्यूज एजेंसी पीटीआई की एक फोटो वायरल हुई थी जिसमें कुछ स्कूली छात्राएं सुरक्षाकर्मियों पर पत्थर फेंक रही थीं। उन्हीं लड़कियों में से एक अफशान आशिक (21 वर्ष) का कहना है कि वह देश के लिए फुटबॉल खेलना चाहती है।
टाइम्स ऑफ इंडिया में छपी खबर के अनुसार, अफशान कश्मीर की पहली महिला फुटबॉल टीम की कोच हैं। वह श्रीनगर के मौलाना आजाद रोड पर मौजूद गवर्नमेंट कॉलेज फॉर वीमेन में बीए सेकंड ईयर की स्टूडेंट हैं। उनकी टीम में कोठी बाग के गवर्नमेंट हायर सेकंडरी स्कूल की 20 लड़कियां हैं।
अफशान ने टीओआई से बातचीत में यह भी कुबूल किया कि सोमवार को उन्होंने ही पुलिस पर पत्थरबाजी की थी। अफशान ने बातचीत में बताया कि दरअसल हम सोमवार को प्रैक्टिस मैच के लिए जा रहे थे तो कुछ लड़कों को पुलिस पर पत्थरबाजी करते हुए देखा। इस पर मैंने लड़कियों से परेशान न होकर वहां खड़े रहने को कहा और रास्ता साफ होने का इंतजार करने लगे। इस पर पुलिस को लगा कि हम भी वहां पत्थरबाजी कर रहे हैं। एक पुलिस वाले ने एक लड़की को थप्पड़ मार दिया जिस पर हमें गुस्सा आया और लड़की का साथ देने के लिए हमने भी पत्थरबाजी शुरू कर दी।
महिला को पीट रही थी पुलिस, इसलिए मैं नाराज हूं
जबकि पुलिस इस मामले में कुछ और बता रही है। पुलिस का कहना है कि लड़कियों का लगा कि पुलिस पीछे हट गई है और उन पर अब कोई कार्रवाई नहीं होगी इसलिए उन्होंने पत्थर फेंकने शुरू किए। वहीं जिस लड़की को थप्पड़ मारा गया था उसने बताया, ‘मैंने भी पत्थर फेंके थे। दरअसल मैंने एक वीडियो देखा था जिसमें आर्मी और सीआरपीएफ वाले एक महिला को पीट रहे थे। इसलिए मैं इनसे नाराज हूं।’