मानसरोवर यात्रा में घायल महिला से मदद के बदले राज्य सरकार ने की लाखों की मांग
देहरादून। कैलाश मानसरोवर यात्रा से वापसी के दौरान कालापानी और गुंजी के बीच घोड़े से गिरकर महाराष्ट्र की मीना पुरोहित नाम की एक महिला घायल हो गई। घायल महिला को हेलिकाप्टर से निकालने के लिये उत्तराखंड राज्य सरकार ने 4 लाख की मांग कर डाली। इतनी राशि देने में महिला ने असमर्थता जताई। हेलिकाप्टर न मिलने पर घायल महिला यात्री को मजदूरों की मदद से धारचूला पहुंचाया गया। ये घटना 24 जून को घटी थी लेकिन अब प्रकाश में आया।
ख़बरों के मुताबिक, कुमाऊं मंडल विकास निगम (केएमवीएन) के ओएसडी (पर्यटन) डीके शर्मा ने बताया कि मानसरोवर यात्रा में शामिल 55 वर्षीय मीना पुरोहित के घायल होने पर कालापानी से छियालेख तक केएमवीएन ने अपने वाहन से लाने का इंतजाम किया।
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उससे आगे सड़क मार्ग न होने के कारण हेलिकाप्टर की मांग की गई थी लेकिन इसके लिये राज्य सरकार ने 4 लाख की मांग की। यात्री ने इस किराये को देने में असमर्थता जताई जिस पर यात्री को बूंदी से स्ट्रेचर और एम्बुलेंस के जरिये धारचूला लाया गया। पिथौरागढ़ डीएम सी रविशंकर ने बताया घायल महिला यात्री को बूंदी से हल्द्वानी तक ले जाने में करीब 3.5 लाख रुपये का खर्च आ रहा था।
राज्य सरकार द्वारा इतना किराया मांगे जाने को लेकर यात्री मीना पुरोहित ने नाराजगी व्यक्त की। बताते चलें, केएमवीएन का कहना है कि अगर कोई हेलिकाप्टर सेवा आपदा के वक्त उपलब्ध नहीं कराई जा रही है तो इसके लिये सरकारी हेलिकाप्टर की व्यवस्था की जाती है। हेलिकाप्टर को घटनास्थल तक आने में 4लाख का खर्च आ रहा था इसलिये यात्री को किराये के बारे में अवगत कराया गया था।
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