देशभर में पांच लाख हेक्टेयर पिछड़ी सरसों की बुवाई

Update: 2015-12-17 05:30 GMT
गाँव कनेक्शन

लखनऊ। देश के दो सबसे बड़े सरसों उत्पादक राज्यों उत्तर प्रदेश और राजस्थान में सरसों की बुआई में कमी की वजह से देशभर में सरसों का रकबा पिछले साल के मुकाबले करीब आठ फीसदी तक पिछड़ा हुआ है।

केंद्रीय कृषि मंत्रालय के मुताबिक सामान्य तौर पर देशभर में पूरे रबी सीजन के दौरान 62-63 लाख हेक्टेयर में सरसों की खेती होती है और 10 दिसंबर तक लगभग बुआई पूरी हो जाती है। लेकिन इस साल 10 दिसंबर तक बुआई पूरी नहीं हो पायी है और देशभर में 57.27 लाख हेक्टेयर में सरसों की खेती दर्ज की गई है।

उत्तर प्रदेश और राजस्थान में सबसे ज़्यादा घटा रकबा

कृषि मंत्रालय के मुताबिक राजस्थान देश का सबसे बड़ा सरसों उत्पादक राज्य है और राज्य में रबी सीजन के दौरान औसतन 28-29 लाख हेक्टेयर में सरसों की फसल लगती है लेकिन इस साल राजस्थान में 10 दिसंबर तक सिर्फ 23.41 लाख हेक्टेयर में ही सरसों की बुआई हो पायी है।

दूसरे बड़े उत्पादक राज्य उत्तर प्रदेश में भी सरसों की बुआई की स्थिति राजस्थान की तरह ही है। उत्तर प्रदेश में 10.48 लाख हेक्टेयर में सरसों की बुआई हो पायी है, पिछले साल राज्य में इस दौरान करीब 11.36 लाख हेक्टेयर में सरसों की खेती हो चुकी थी।

इन दोनो राज्यों की तरह मध्य प्रदेश में भी सरसों की बुआई की स्थिति खराब है, कृषि मंत्रालय के मुताबिक मध्य प्रदेश में 5.67 लाख हेक्टेयर में सरसों की फसल लग पायी है, पिछले साल मध्य प्रदेश में इस दौरान 6.46 लाख हेक्टेयर में सरसों की खेती हो गई थी।

हरियाणा और पश्चिम बंगाल में स्थिति ठीक

हालांकि हरियाणा और पश्चिम बंगाल जैसे अहम उत्पादक राज्यों में इस साल सरसों की बुआई कुछ हद तक ठीक है, हरियाणा में 5.34 लाख हेक्टेयर में खेती हो चुकी है जबकि पश्चिम बंगाल में 4.60 लाख हेक्टेयर में बुआई हुई है। पिछले साल इस दौरान हरियाणा में 5.25 लाख हेक्टेयर और पश्चिम बंगाल में 4.58 लाख हेक्टेयर में सरसों की खेती हुई थी।

Similar News