एफसीआई नंगी आँखों से बता रहा चावल में फंगस, लगी फटकार

Update: 2016-01-03 05:30 GMT
गाँव कनेक्शन

महाराजगंज। ज़िले के अपर जिलाधिकारी धान खरीद कृपाशंकर पान्डेय ने भारती खाद्य निगम (एफसीआई) के लोगों को फटकार लगाते हुए आदेश दिया है कि अब जिस भी चावल को रिजेक्ट करें उसके चार नमूने एकत्र करें। इन नमूनों की संयुक्त जांच की जायेगी। इस आदेश से सभी ज़िले सीख ले सकते हैं।

ज़िले में धीमी चल रही धान खरीद के कारण जानने के लिए बैठक कर रहे एडीएम ने पाया कि एफसीआई के तीन धान क्रय केन्द्र हैं जहां डिलिवरी 90 प्रतिशत ही है तब भी क्षेत्र के मिलर्स का चावल रिजेक्ट कर दिया जा रहा है। रिजेक्शन का कारण चावल में फंगस होने को बताया जा रहा है।

जिला खाद्य विपणन अधिकारी अजीत कुमार त्रिपाठी ने बताया, “फंगस के आधार पर चावल रिजेक्ट करने का भारत सरकार का कोई निर्देश नहीं है। फंगल की जांच किसी लैब में ही हो सकती है जबकि एफसीआई के अधिकारी केवल चावल देखकर ही इसे रिजेक्ट कर रहे हैं।”

जिले के कुल खरीद लक्ष्य 1,49,700 मीट्रिक टन के सापेक्ष अभी तक 36,089 एमटी धान खरीद की गयी है जबकि 33,614 एमटी मिलर्स को डिलिवरी की गयी है। मिलर्स द्वारा 13,992 एमटी चावल डिलिवरी ली गयी है।

एडीएम ने सहायक निबन्धक सहकारिता वृन्दावन गुप्ता को निर्देश दिया कि समितियों पर अवशेष धान का डिलिवरी तत्काल करायें।

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