एससीओ में भारत की सदस्यता से क्षेत्र की सुरक्षा में मिलेगी मदद: मोदी

Update: 2016-06-25 05:30 GMT
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ताशकंद (भाषा)। शंघाई सहयोग संगठन (एससीओ) में पूर्ण रुपेण सदस्य के तौर पर भारत के शामिल होने की अंतिम प्रक्रिया शुरु होने के साथ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शनिवार को कहा कि संगठन के साथ भारत के संबंधों से क्षेत्र को कट्टरपंथ और हिंसा के खतरों से बचाने में मदद मिलेगी और भारत आतंकवाद के खिलाफ कतई बर्दाश्त न करने की नीति अपनाएगा।

एससीओ सम्मेलन में अपने भाषण में मोदी ने कहा कि उर्जा और प्राकृतिक संसाधनों के क्षेत्र में समूह की ताकत से भारत को महत्वपूर्ण तरीके से लाभ होगा और बदले में भारत की मजबूत अर्थव्यवस्था और बड़ा बाजार एससीओ क्षेत्र में आर्थिक विकास को संचालित कर सकते हैं। उन्होंने कहा कि संगठन में भारत की सदस्यता से क्षेत्र के आर्थिक विकास को गति मिलेगी।

मोदी ने कहा, ‘‘एससीओ में भारत की सदस्यता क्षेत्र की समृद्धि में योगदान देगी। यह इसकी सुरक्षा को भी मजबूत करेगी। हमारी साझेदारी हमारे समाजों को नफरत, हिंसा और आतंकवाद की कट्टरपंथी विचारधाराओं के खतरों से बचाएगी।'' प्रधानमंत्री ने कहा, ‘‘भारत इस लक्ष्य की दिशा में काम करने के लिए एससीओ के सदस्य देशों के साथ एकजुट होगा। और हम सभी स्तरों पर आतंकवाद से लड़ने में कतई बर्दाश्त नहीं करने वाला रवैया और व्यापक सोच अपनाएंगे।''

भारत ने सम्मेलन में एससीओ के ‘मेमोरेंडम ऑफ ऑब्लिगेशन्स' पर दस्तखत किये और पूर्ण रुपेण सदस्य के तौर पर समूह में शामिल होने की प्रक्रिया शुरु की। भारत को सदस्यता की प्रक्रिया पूरी करने के लिए साल के अंत तक करीब 30 और दस्तावेजों पर हस्ताक्षर करने होंगे।

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