लखनऊ। किसानों का शोषण किए जाने और औद्यानिक मिशन कार्यक्रम में रुचि नहीं लेने के आरोप में गाजीपुर के जिला उद्यान अधिकारी को निलम्बित कर गया है। वाराणसी विंध्याचल और आजमगढ़ में मंडलीय खरीफ उत्पादकता गोष्ठी को सम्बोधित करते हुए एपीसी ने मंडलायुक्त वाराणसी को जांच करने के निर्देश दिए।
गोष्ठी को सम्बोधित करते हुए प्रवीर कुमार कहा, “किसानों की समास्याओं के निस्तारण के लिए विभागीय अधिकारी पूरी तरह सतर्क और संवेदनशील रहें।” उन्होंने किसानों का देश का अन्नदाता बताते हुए उनकी समस्याओं का निस्तारण प्राथमिकता से करने को कहा।
इसके के साथ लापरवाही करने पर उनके खिलाफ कठोर कार्रवाई किए जाने हिदायत दी। उन्होंने मंडल के जिलों से नलकूपों के जले ट्रांसफार्मरों को बदलने, पोलों और तारों आदि में अभियंताओं के किसानों का सहयोग नहीं करने और भाड़ा के रूप में पैसे की मांग किए जाने की शिकायत को गम्भीरता से लिया। उन्होंने बिजली विभाग को हिदायत देते हुए कहा कि विभाग अपने व्यय पर ही सामग्री को पहुंचाएगा।
उन्होंने जिलाधिकारियों को इसकी शिकायत मिलने पर दोषी के विरुद्ध कठोर कार्यवाही किए जाने के निर्देश दिए। उन्होंने खाद और बीजों मे अपमिश्रण, कालाबाजारी और हाईरेंटिंग पर रोक लगाने के लिए अभियान चलाकर छापेमारी कराने का निर्देश दिया। इसके साथ ही कहा कि जो लोग इस कार्य में लिप्त हैं, उन्हें जेल भेजा जाए।
विंध्याचल में 296.566 टन खाद्यान्न उत्पादन लक्ष्य
मंडलायुक्त विंध्याचल मंडल ने बताया कि मंडल में खरीफ अभियान के लिए गत वर्ष 318.264 टन के सापेक्ष 296.566 टन खाद्यान्न उत्पादन का लक्ष्य निर्धारित किया गया है। इसके लिए 254.147 हजार हेक्टेयर क्षेत्रफल का आच्छादन किया जायेगा। मंडलायुक्त आजमगढ़ ने मंडल के खरीफ अभियान पर बताया कि पिछले वर्ष 776.706 टन के सापेक्ष इस वर्ष 965.900 टन खाद्यान्न उत्पादन का लक्ष्य रखा गया है।