एक गाँव ऐसा भी है, जहां लोगों के घर जमीन पर नहीं, बल्कि जमीन के अंदर बने हुए हैं। मजेदार बात यह है कि इस गाँव में ऐसे एक-दो घर नहीं, बल्कि 1500 से ज्यादा घर बने हुए हैं। गाँव के लोग इन अंडरग्राउंड घरों में ही रहते हैं। आइये आपको इस गाँव की कुछ और रोचक बातों के बारे में बताते हैं।
60 फीसदी से ज्यादा ग्रामीण रहते हैं अंडरग्राउंड घरों में
यह गाँव ऑस्ट्रेलिया में है और इस गाँव का नाम है 'कूबर पेडी'। इस गाँव की खासियत यह है कि इस गाँव में ओपल (दूधिया रंग का एक तरह का पत्थर) की कई खदाने हैं और ग्रामीण इन्हीं खाली खदानों में रहते हैं। ऊपर से ये घर भले ही साधारण नजर आए, मगर अंदर से ग्रामीणों के यह घर बड़े ही आलीशान हैं। इस गाँव के 60 फीसदी लोग अंडरग्राउंड घरों में ही रहते हैं। ऐसे में गाँव में अंडरग्राउंड घरों की संख्या 1500 के आस-पास है, जबकि गाँव की आबादी 3500 से ज्यादा है। बता दें कि ओपल की माइनिंग के लिए यह दुनिया में सबसे बड़ा क्षेत्र है। इसलिए इस गाँव को यानी कूबर पेडी को (opal capital of the world) कहा जाता है।
न एसी की जरूरत और न ही हीटर की
चूंकि कूबर पेडी गाँव एक रेतीला गाँव है। ऐसे में यहां गर्मियों के दिन तापमान बहुत अधिक हो जाता है, वहीं सर्दियों के दिनों में तापमान बहुत कम हो जाता है। इस वजह से इस गाँव के ग्रामीणों के लिए मुश्किलें काफी बढ़ जाती हैं। ऐसे में लोगों ने इन खाली खदानों में अपना घर बनाकर रहना शुरू कर दिया। इन घरों में गर्मियों के दिनों मे न तो एयरकंडीशन की जरूरत पड़ती है और न ही सर्दियों के दिनों में हीटर की।
सुख-सुविधाओं से लैस हैं इनके घर
अगर आप ग्रामीणों के इन घरों पर गौर करेंगे तो इनके घर सुख-सुविधाओं से लैस नजर आएंगे। इनके अंडरग्राउंड घरों में स्वीमिंग पूल, चर्च, स्टोर, बार, कैसीनो, म्यूजियम समेत कई सुविधाएं मौजूद हैं। अपनी इन्हीं खूबियों की वजह इस गाँव की पूरी दुनिया में एक अलग पहचान है। यही कारण है कि इस गाँव में हॉलीवुड की कई फिल्मों की शूटिंग भी हुई है।