नए प्रधानों से जुड़ेंगे सीएम योगी आदित्यनाथ, इन 10 प्रधानों से आज करेंगे सीधा संवाद

Update: 2021-05-28 05:44 GMT

लखनऊ। उत्तर प्रदेश में नए प्रधान शपथ ले चुके हैं। ग्राम पंचायत की पहली बैठक भी हो चुकी है। आज 28 मई को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ सभी प्रधानों से वीडियो के जरिए अपनी वार्ता करेंगे। प्रदेश भर से ऐसे 10 प्रधान भी चुने गए हैं जो मुख्य मंत्री से सीधा संवाद करेंगे।

10 जिलों से एक-एक प्रधान सीएम से संवाद के लिए चयनित किए गए हैं। हरदोई जिले के मल्लावां के बनशा से 42 वर्षीय प्रधान सम्पूर्णानंद ने 'गांव कनेक्शन' को मोबाइल पर बताया कि '26 मई को उनके पास लखनऊ से फोन आता है। करीब 17 मिनट बात हुई। उसके बाद दोबारा कॉल आई और कहा गया कि आपका चयन मुख्यमंत्री से बात करने के लिए हुआ है। 28 मई को दोपहर दो बजे जिला मुख्यालय पर पहुंचना होगा।'

सम्पूर्णानंद आगे बताते हैं कि 'मुख्यमंत्री से बात करने को मिलेगा, अच्छा लग रहा है। सुना है संवाद में कोविड को लेकर ही फोकस रहेगा।'

27 मई 2021 को उत्तर प्रदेश में हुई है नवनिर्वाचित ग्राम पंचायतों की पहली बैठक। फोटो- अजय मिश्रा

मैनपुरी जिले के नगला गारू से चुने गए 42 वर्षीय प्रधान डॉ. दिनेश प्रकाश यादव बताते हैं कि " 27 मई को ग्राम सभा की पहली बैठक थी। उसमें ब्लॉक के अधिकारी और डीपीआरओ आए थे। फोन पर सीडीओ से भी बात कराई गई। शुक्रवार को दोपहर दो बजे मैनपुरी मुख्यालय पर बुलाया गया है। पहली बार सीएम से रूबरू होने का मौका मिलेगा, बहुत अच्छा लग रहा है।'

उन्होंने आगे बताया कि 'जल संरक्षण, समूह की महिलाओं को प्रोत्साहन, आशा बहुओं व आंगनवाड़ी कार्यकत्रियों को दी गई किट व थर्मल स्क्रीनिंग की जिम्मेदारी को आगे बढ़ाना ही मुख्य मकसद है।'

हमीरपुर जिले के परछाछ से चुनी गईं युवा प्रधान अंशिका गौतम की उम्र केवल 21 वर्ष है। उनके पिता राजनरायन गौतम ने 'गांव कनेक्शन' मोबाइल पर बताया कि 'बेटी बीएससी कर रही है। पेयजल और कोविड-19 पर बात करने को कहा गया है। सीएम से बेटी बात करेगी।'

बहराइच जिले के बरदहाकला से चुनकर आईं 26 साल की स्वप्निल ने 'गांव कनेक्शन' को बताया कि 'उनका प्रधान पद पर पहला अनुभव है। लेकिन इससे पहले उनकी सास प्रधान बनी थीं। गांव के विकास में सबको साथ लेकर चलना और महिलाओं के लिए काम करना ही मुख्य मकसद होगा। सीएम से बात करने के लिए 28 मई को दो बजे एनआईसी में बुलाया गया है। मैसेज व फोन से इसकी जानकारी डीपीआरओ और डीपीएम ने दी है।'

दरअसल प्रदेश के सभी नवनिर्वाचित प्रधानों से सीएम दोपहर साढ़े तीन बजे जूम मीटिंग में रूबरू होंगे। लेकिन संवाद और अपनी बात रखने का मौका 10 प्रधानों को ही मिला है। 27 मई को ग्राम पंचायतों का गठन हो गया है। इसमें ग्राम पंचायत सदस्यों के दो तिहाई वाले 36729 प्रधान शामिल हैं। इन्होंने ही 24 व 25 मई को शपथ ली थी।

कई ग्राम पंचायतों में गठन नहीं हो सका

प्रदेश की कई ग्राम पंचायतों में गठन नहीं हो सका है। इसका मुख्य कारण बैठक में सदस्यों का कोरम पूरा न होना रहा है। मुजफ्फरनगर में दो प्रधान जेल में होने के कारण बैठक नहीं हुई। सोनभद्र में एक प्रधान अस्पताल में भर्ती होने की वजह से ग्राम पंचायत की बैठक नहीं हुई और न ही छह समितियों का गठन हुआ। इसी तरह कन्नौज के डीपीआरओ जितेंद्र कुमार मिश्र ने बताया कि '291 प्रधानों में से 284 ने ही बैठक कर समितियों का गठन किया। सात में सदस्यों की संख्या पूरी नहीं रही।

सचिव व एडीओ पंचायत को जिम्मेदारी

डीपीआरओ कन्नौज जितेंद्र कुमार मिश्र बताते हैं कि 'सूबे के सभी प्रधानों से सीएम योगी आदित्यनाथ बात करेंगे। इसमें शपथ लेने वाले और न लेने वाले सभी प्रधान शामिल हैं। जूम वेबिनार का लिंक शेयर कर दिया गया है। ग्राम पंचायत अधिकारी, ग्राम विकास अधिकारी व एडीओ पंचायत को निर्देश दिया गया है कि वह शत-प्रतिशत प्रधानों को जूम मीटिंग से जोड़ें।

इन प्रधानों से सीधे संवाद करेंगे सीएम

1-पीलीभीत के पूरनपुर शाहबाजपुर से परमजीत सिंह। इनके दादा स्वतंत्रता संग्राम सेनानी रहे हैं। माता-पिता पूर्व में प्रधान रहे।

2- ललितपुर के मडावारा धौरीसागर से संतोष सहरिया। आजादी के बाद इस ग्राम पंचायत से सहरिया समुदाय से निर्वाचित पहले व्यक्ति हैं।

3-चंदौली के धानापुर बहादुरपुर लोकुआं से सुशीला देवी। स्वयं सहायता समूह से जुड़ी हैं, पहले प्रधान के कार्यों से असंतुष्ट थीं।

4-बहराइच के शिवपुर से बरदहाकलां की स्वप्निल सिंह। परिवार के लोग करीब पांच दशक से विकास कार्य में योगदान दे रहे हैं।

5-लखीमपुर खीरी के पलियां इलाके के मसानखम्भ से प्रधान शिवचरण। थारू समुदाय से जुड़े वह कक्षा आठ तक शिक्षित हैं। तीन बार से प्रधान चुने गए हैं। इस बार उनके खिलाफ कोई खड़ा नहीं हुआ और निर्विरोध चुने गए।

6-सहारपुर के मुजफ्फराबाद से जमालपुर मस्त ग्राम पंचायत से कुर्बान चुने गए हैं। पहले भी दो बार जीते। यह बार दो मतों से ही जीत मिली। पशुपालन और डेरी से ताल्लुक रखते हैं।

7-हमीरपुर के मौदहा से परछाछ से चुनी गई अंशिका गौतम की पृष्ठभूमि कमजोर परिवार से है। माता स्वयं सहायता समूह से जुड़ी हैं। पिता रोजगार सेवक हैं।

8-मैनपुरी के नगला गारू से डॉ. दिनेश प्रकाश यादव शिक्षक हैं। पत्नी भी शिक्षा क्षेत्र से जुड़ी हैं।

9-सोनभद्र के बभनि इलाके से मंूगाडिह से गुड़िया देवी की शादी चार साल पहले हुईऔर सामाजिक कुरीति के कारण मायके आना पड़ा। वनवासी सेवाश्रम में पढ़ाई कर इंटर किया। स्वयं सहायता समूह से जुड़ी और महिलाओं का संगठन बनाकर चुनाव लड़ीं।

10-हरदोई जिले के मल्लावां इलाके के बनशा से चुने सम्पूर्णानंद इससे पहले बीडीसी भी रह चुके हैं। सोशल मीडिया के जरिए कोरोना, पर्यावरण और शिक्षा के क्षेत्र जागरुकता फैला रहे हैं।

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