खेती विरासत मिशन : उमेंद्र दत्त बता रहे हैं पंजाब में कैसे शुरु हुई जैविक खेती की मुहिम

पंजाब में जैविक खेती की मुहिम चलाने वाले उमेंद्र दत्त से सुनिए कैसे शुरु हुआ था खेती विरासत मिशन, कैसे कैसी आईं मुश्किलें और अब क्या हो रहा है बदलाव

Update: 2019-12-03 11:21 GMT

केरल में इंडोसल्फान के भीषण दुष्परिणामों को देखकर दिल्ली में पत्रकारिता करने वाले उमेंद्र दत्त को अपने पंजाब की चिंता हुई। क्योंकि यही इंडोसल्फान को पंजाब में भी प्रयोग किया जा रहा था। पंजाब में उन दिनों कैंसर से मौतों का सिलसिला शुरु हो चुका था लेकिन ज्यादा केस रजिस्टर्ड नहीं होते थे। सोना उगलने वाली पंजाब की धरती अंधाधुंध कीटनाशक और उर्वरकों के प्रयोग से बीमार हो रही थी, उमेंद्र दत्त ने पत्रकारिता छोड़ पंजाब में लोगों को कीटनाशाकों के नुकसान गिनाने शुरु किए, लेकिन तब कोई सुनने वाला नहीं था, कुछ किसान और जागरुक लोग थे, लेकिन उनकी संख्या ने के बराबर थी, उमेंद्र दत्त अपनी मुहिम जारी रखी और और पंजाब कई जिलों में जैविक खेती शुरु हो गई है, उनका खेती विरासत मिशन और शहर और गांव दोनों को जहरमुक्त अनाज उगाने और खाने के लिए प्रेरित करता है।

जैविक, कुदरती खेती, कीटनाशक आदि को लेकर गांव कनेक्शन के डिप्टी न्यूज एडिटर अरविंद शुक्ला उमेंद्र दत्त से खास बात की। देखिए वीडियो Full View

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