गली-नुक्कड़ से निकालकर बनाया क्रिकेट स्टार

Update: 2016-03-28 05:30 GMT
gaoconnection, IGCL

लखनऊ। आजमगढ़ के मनोज यादव साईकिल की मरम्मत करते हैं। पंचर बनाने वाले मनोज यादव क्रिकेट के शौकीन होने के साथ ही बेहतरीन बल्लेबाज भी हैं, गाँव से तालुक रखने के कारण उनकी इस प्रतिभा पर किसी की नज़र नहीं पड़ी। लेकिन जब सैफई में उन्होंने अपना बल्ला घुमाया तो उनकी किस्मत बदल गई।

सैफई में इंडियन ग्रामीण क्रिकेट लीग (आईजीसीएल) में भाग लेते हुए मनोज ने 25  गेंदों पर शतक जमाया और मशहूर हो गए। वो सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ी चुने गए और उन्हें बड़ी राशि से पुरस्कृत भी किया गया। ऐसे ही झांसी में पुरोहित का कार्य करने वाले अरुण कुमार आईजीसीएल की बदौलत आज झांसी के ऑलराउंडर हीरो बन गए। सिर्फ मनोज और अरुण ही नहीं प्रदेश के दूरस्थ गाँवों में बसे कई ग्रामीण खुवाओं की छिपी प्रतिभा को आईजीसीएल ने एक मंच दिया।

कैसे शुरू हुआ आईजीसीएल

गोसाईगंज ब्लॉक के मीसा गाँव से शुरू हुआ आईजीसीएल ग्रामीण युवाओं की प्रतिभा को सामने लाने वाला ज़रिया बन कर उभरा। इसके सपने को साकार किया डॉ. अनुराग भदौरिया ने। दिल्ली के श्रीराम कॉलेज और आईआईएम कोलकाता से एमबीए की पढ़ाई करने वाले डॉ. अनुराग भदौरिया अपने गाँवों की यात्रा के दौरान अक्सर बच्चों को क्रिकेट खेलते देखा करते थे।

इच्छुक टीमें यहां सम्पर्क करें 

आईजीसीएल में भाग लेने की इच्छुक टीम आयोजन की मीडिया पार्टनर गाँव कनेक्शन से सम्पर्क कर सकती है। इसके लिए गाँव कनेक्शन की ईमेल information@gaonconnection.com और मोबाइल नंबर 8935000290 पर सम्पर्क कर सकते हैं।

रिपोर्टर - जसवंत सोनकर

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