लखनऊ। महत्वपूर्ण और जघन्य अपराधों की विवेचनाओं की समीक्षा गहराई से मुख्यालय स्तर पर करने के लिए पुलिस महानिदेशक ने सभी अधिकारियों को दिशा-निर्देश जारी किए हैं। ये व्यवस्था तत्काल प्रभाव से लागू कर दी गई है।
व्यवस्था के तहत गम्भीर और जघन्य प्रकृति के ऐसे अपराधों को चिन्हित किया जा रहा है जो या तो लम्बे समय से विवेचनाधीन हैं या जिनमें उल्लेखनीय प्रगति नहीं हो सकी है अथवा जिनके विषय में लगातार शिकायतें प्राप्त हो रही हैं। समीक्षा में विवेचना की गुणवत्ता पर विशेष ध्यान दिया जायेगा और यह भी देखा जायेगा कि विवेचना विधिसंगत रूप से की गयी है एवं इसमें अपेक्षित वैज्ञानिक विधियों का भी प्रयोग विवेचक द्वारा किया गया है अथवा नहीं। यदि दोषियों के नाम घटाये बढ़ाये गये हैं तो उनके पीछे ठोस आधार एवं साक्ष्य इत्यादि हैं अथवा नहीं।
पुलिस महानिदेशक जावीद अहमद ने निर्देश देते हुए कहा, ''मुख्यालय पर अधिकारियों की उपलब्धता को देखते हुए प्रत्येक मंगलवार और गुरुवार को विवेचनाओं की समीक्षा की जाए।" उन्होंने आगे बताया, ''ऐसे सभी प्रकरण जिनकी समीक्षा इस योजना के तहत होगी, उसकी विस्तृत समीक्षा प्रत्येक माह जोनल पुलिस महानिरीक्षक द्वारा तब तक की जायेगी, जब तक विवेचना अन्तिम रूप न ग्रहण कर ले। साथ ही महत्वपूर्ण विवेचनाओं की गुणवत्ता पर विशेष ध्यान दिया जा सकेगा एवं उनका मुख्यालय स्तर से भी पर्यवेक्षण कराया जायेगा।"