ग्रामीण क्षेत्रों में विकास के नाम पर सरकारी धन का बंदर बांट

Update: 2016-07-27 05:30 GMT
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फतेहपुर। जहां प्रदेश सरकार ग्रामीण क्षेत्रों के विकास और स्वच्छता के लिए प्रतिमाह करोड़ों रुपए खर्च करने के बाद विकास का दावा कर रही है। वहीं जनपद की दर्जनों ग्राम पंचायतों की ओर देखने मात्र से ही पता लगता है कि विकास के नाम पर और स्वच्छता के नाम पर सिर्फ बन्दर बाट चल रहा है। कस्बा सहित गाँवों का विकास सिर्फ कागजों में ही बहुत तेजी से चल रहा है और सिमट कर रह गया है।

जनपद की दो दर्जन से अधिक ग्राम पंचायतों में विकास और स्वछता के नाम पर विभाग और शासन प्रशासन द्वारा अनदेखी के साथ-साथ वहां की जनता से खिलवाड़ किया जा रहा है। विकास खण्ड खजुहा मलवा, तेलीयानी, देवमई, की ग्राम पंचायतों और कस्बा मौहार हरसिंहपुर, टिकरी, सहजादीपुर, बरदरा, जुनीहा, डीघ, चैडगरा बिन्दकी, खागा, काधी, शिवराजपुर, सहित आदि दर्जानों गाँवों की स्थिति विकास और स्वछता के नाम पर बहुत ही दयनीय है। उक्त ग्राम पंचायतों में विकास का नजारा देखते ही बनता है।

उक्त गाँवों के ज्यादातर गाँवों में मुख्य मार्ग पर नाले नालियां चोक हो जाने और नालियों के टूट जाने से बदबूदार और गंदा पानी मुख्य मार्ग से ही बहता है जिससे लोगो का पैदल निकलना मुश्किल हो गया है। कींचड़ से निकलना लोगों की मजबूरी बन चुकी है क्योंकि जरा सी ही बारिश होने पर उक्त ग्राम पंचायतों सहित जनपद के अन्य दर्जनों गाँव की हालात विकास और स्वछता के नाम पर बद से बदतर देखने को मिल रही है। वहीं अलग-अलग ग्राम पंचायतों के अलग-अलग ग्राम प्रधानों ने बताया कि हम लोगों ने ब्लॉक स्तर से लगा कर तहसील स्तर के अधिकारियों को उन सारी समस्याओं से अवगत करा दिया है।

रिपोर्टर - आशुतोष शुक्ला

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